रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी —-
चार हजार वर्षो से लाइलाज पशुजन्य रोग रेबीज से बचाव हेतु
हिमाचल के रामपुर से शुरू हुई है अनूठी पहल। एंटी रेबीज वैक्सीनेशन
एप (WVS एप ) को रेडक्रास मेले में किया गया लॉन्च। इस एप में मास
डॉग वैक्सीनेशन का होगा डाटा स्टोर । देश में पहली बार हुआ है ऐसा
प्रयास। प्रथम चरण में जोड़ा गया है रामपुर, ननखड़ी व कुमारसैन के 501
गांवों को । आर्यवर्त एजुकेशनल व चेरिटेबल सोसायटी तथा मैग्निफिसेंट एंड
बेनेवोलेंट बुशहर के स्वयं सेवी इस मुहीम को अंजाम देने में है लगे।
-पशु जनित ला इलाज रोग रेबीज के प्रति जागरूकता लाने के लिए
रामपुर से पहल शुरू हुई है। खास कर कुत्तो से फैलने वाले इस रोग का
पिछले चार हजार वर्षो से कोई दवा नहीं बन पाई है। ऐसे में पालतू और
लावारिस कुत्तो का डाटा तैयार कर उन्हें एंटीरेबीज वेक्सीन लगाने की
मुहीम शुरू की जा रही है। रेडक्रास मेले के दौरान एंटी रेबीज वैक्सीनेशन
एप (WVS एप ) को लॉन्च करवाया गया। इस एप में मास डॉग वैक्सीनेशन का
डाटा स्टोर किया जा सकेगा। यह ऐप प्रथम चरण में रामपुर, ननखड़ी व
कुमारसैन के 501 गांवों को मैप कर के बनाई गई है। पशु चिकिस्को से सहयोग
से आर्यवर्त एजुकेशनल व चेरिटेबल सोसायटी तथा मैग्निफिसेंट एंड
बेनेवोलेंट बुशहर के स्वयं सेवी इस अभियान को अंजाम दे रहे हैं, तथा
अन्य स्थानीय स्वयं सेवी ग्रुप्स से भी इस मुहीम में जुड़ने का आग्रह
किया जा रहा है । ताकि गांव- गांव में पालतू और लावारिस कुत्तो का डाटा
तैयार कर उन्हें एंटी रेबीज इंजेक्शन लगा कर कुत्तो को पागल होने से
बचाया जा सके। विशेषज्ञों का कहना है की स्तर फीसदी वेक्सिनेशन अगर सफल
होती है तो विश्व स्वास्थ्य संगठन भी रेबीज समस्या को शत प्रतिशत सफल
मानता है।
आर्यवर्त एजुकेशनल वेलफेयर एंड चैरिटेबल सोसायटी एवं हिमकोफेड
के अध्यक्ष कॉल नेगी ने बताया रैबिट 100% घातक पशु जन्य रोग है जो
अधिकतर कुत्तों के काटने से फैलती है और पिछले लगभग 4000 वर्षों से इसका
कोई इलाज अभी तक नहीं मिला है। केवल मात्र वैक्सीनेशन है जिसके माध्यम
से हम इसे नियंत्रण में ला सकते हैं। उन्होंने कहा आर्यव्रत सोसाइटी ने
एक मुहिम चलाई है और पशुपालन विभाग का बहुत बड़ा योगदान है। प्रथम चरण
में रामपुर , कुमार सैन ,ननखड़ी के 500 गांव में मुहिम चला कर कुत्तो को
वैक्सीनेशन लगाएंगे ताकि खतरा कम हो सके। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड
हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के आंकड़े है कि गांव में 70% कुत्तो को वैक्सीनेशन
हो जाता है तो उसे रेबीज फ्री माना जाता है.।
पशु चिकित्स्क अनिल शर्मा ने बताया जो ऐप बनाया गया है वह वर्ल्ड
बैटरी सर्विस ऐप है। इसमें मुख्य रूप से रेबीज वैक्सीनेशन के लिए
टारगेट करती है और प्रयास है कि रामपुर क्षेत्र में जो कुत्ते हैं
उनको एंटी रेबीज इंजेक्शन लगे। उन्होंने बताया कि इस ऐप के माध्यम से जिन
कुत्तों का वह टीकाकरण करेंगे उनका डाटा एकत्रित हो जाएगा और उससे कुत्तों की संख्या किस एरिया में कितनी है सारी जानकारी मिलेगी और यह
शुरुआत रामपुर से हुई है। हालांकि देश में इस तरह के कुत्तों का डाटा अब
तक नहीं है