छितकुल। विशेषर नेगी-
उत्तरकाशी से हिमाचल के किन्नौर छितकुल ट्रेक पर फंसे घायल ट्रैक्टर को काफी मशक्कत के बाद आज सुबह छितकुल पहुंचाया गया। रेस्क्यू और बचाव दल में किन्नौर पुलिस की क्यूआरटी टीम होमगार्ड ,आइटीबीपी के जवान शामिल थे। जबकि हिमलोग जौत पर राक्लाइमिंग करते हुए हाथ से रस्सी फिसलने के कारण दुर्घटना का शिकार हुए ट्रैकर के शव को घटनास्थल से निकालना असंभव हो गया है। बचाव एवं रेस्क्यू टीम ने मौके का मुआयना कर बताया कि चट्टानों के मध्य जोखिमपूर्ण स्थान पर शव फंसे होने के कारण वहां से शव निकालना मुमकिन नहीं है ।जबकि घायल ट्रैक्टर जिसके बाजू में फैक्चर हुआ था उसे भी बर्फीले रास्ते से हो कर कड़ी मशक्कत के बाद किन्नौर जिला के छितकुल पहुंचाया गया। उल्लेखनीय है कि एक ट्रेकिंग दल जिस में 3 ट्रैकर व 6 पोर्टर उत्तराखंड के जिला उत्तरकाशी से खिमलोग पास होते हुए हिमाचल प्रदेश के किन्नौर ज़िला के छितकुल के लिए ट्रेकिंग पर निकला था । शुक्रवार को खिमलोग पास में रोप रैपलिंग करते हुए एक ट्रैकर सुजॉय डुले के हाथ से रस्सी फिसलने के कारण नीचे गिर गया था। जिस कारण उस की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा ट्रैकर सब्रोता विश्वास को हाथ में चोट लगी है। घटना के बाद यह सभी लोग रात को वहीं रुके थे और एक ट्रैकर व तीन पोर्टर शनिवार सुबह होते ही किन्नौर के छितकुल की ओर निकले जिन में नरोत्तम ज्ञान ट्रैकर व पोर्टर कल्याण सिंह, प्रदीप और देवेंद्र शामिल थे। तीने वेस्ट बंगाल के ट्रैकरो में (01). नरोतम ज्ञान पुत्र स्व सूरत चंद्र ज्ञान गांव न0 2 दुर्गा नगर डा0 व थाना चकदाहा तहसील कल्याणी जिला नादिया उम्र 52 वर्ष , सुब्रता विश्वास पुत्र स्व निमाई चंद बिस्वास गांव न0 2 दुर्गा नगर डा0 चकदहा तहसील कल्याणी जिला नादिया , .सुजॉय डुले शामिल थे जबकि 6 पोर्टर — कल्याण सिंह, नैन सिंह, देवराज, जयेंद्र, प्रदीप, देवेंद्र शामिल है यह सभी 28 अगस्त को लिवाड़ी तहसील मोरी से ट्रेकिंग पर निकले थे। किन्नौर ज़िला पुलिस के अनुसार किन्नौर प्रशासन ने सर्च और रेस्क्यू टीम का गठन कर हिमलोग में फंसे ट्रैकर व अन्य को रेस्क्यू के लिए रविवार सुबह रवाना किया था जो आज सुबह छितकुल पहुंचे है। हिमलोग दर्रे पर ढांक में फंसे शव को जोखिमपुर चट्टाने होने के कारण निकाला नही जा सका, और तीन लौट कर आई है।