शिमला, 5 मार्च , न्यूज व्यूज पोस्ट – हिमाचल प्रदेश अब अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए तेजी से उभरता केंद्र बन रहा है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने प्रदेश में पर्यटन, हरित ऊर्जा, खाद्य प्रसंस्करण और स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में निवेश करने की रुचि जताई है।
बुधवार को यूएई के राजदूत डॉ. अब्दुलनासिर अलशाली ने मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मुलाकात की और निवेश के संभावित क्षेत्रों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा, “हिमाचल प्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और हरित ऊर्जा संसाधनों के कारण निवेशकों के लिए शानदार अवसर प्रदान करता है।”
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
यूएई ने साहसिक पर्यटन, स्कीइंग और हाई-एंड हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में निवेश की इच्छा जताई है। सरकार कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तार, रोप-वे और हेलीपोर्ट निर्माण जैसी योजनाओं को तेजी से लागू कर रही है, जिससे पर्यटन को वैश्विक पहचान मिलेगी।
हरित ऊर्जा में संभावनाएं
हिमाचल प्रदेश को 2026 तक हरित ऊर्जा राज्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य में सौर ऊर्जा, जल विद्युत और पंप स्टोरेज परियोजनाओं में निवेश के अवसर उपलब्ध हैं। यूएई की कंपनियां इस क्षेत्र में निवेश को लेकर उत्साहित हैं और जल्द ही एक तकनीकी टीम राज्य का दौरा करेगी।
स्मार्ट सिटी और डेयरी सेक्टर में भी निवेश
मुख्यमंत्री ने यूएई की कंपनियों को स्मार्ट सिटी परियोजनाओं, खाद्य प्रसंस्करण, कोल्ड स्टोरेज और डेयरी उद्योग में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। दोनों पक्षों ने जल्द से जल्द परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार गोकुल बुटेल, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
यूएई की तकनीकी टीम जल्द करेगी दौरा
यूएई के राजदूत ने कहा कि उनकी तकनीकी टीम जल्द ही हिमाचल का दौरा करेगी और निवेश के लिए विस्तृत अध्ययन करेगी। यह भागीदारी हिमाचल की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक होगी।
हिमाचल अब सिर्फ पर्यटन नहीं, बल्कि निवेश और विकास का नया हब बनने की राह पर तेजी से अग्रसर है!