रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।
सराहन वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाली शाहधार पंचायत में बीते
कुछ समय से भालू द्वारा
लोगों के पालतू पशुओं पर हमला किया जा रहा है। शाहधार पंचायत में बीते तीन माह में भालू द्वारा एक महिला व दो
पुरुष पर हमला किया गया एवं 11 पालतू पशुओं पर हमला किया गया है, जिससे शाहधार पंचायत के पूरे क्षेत्र में डर
का माहौल बना था। जन प्रतिनिधियों के निवेदन पर संज्ञान लेते हुए
गुरहर्ष सिंह उप-अरण्यपाल, वन मंडल रामपुर ने व्यक्तिगत रूप से मौके की परिस्थिति को समझा जिसके उपरांत इस
विकट स्थिति पर काबू पाने के लिए रणनीति तैयार की गई। इससे पहले भी वन परिक्षेत्र अधिकारी सराहन द्वारा
पिछले 3 माह से शाहधार पंचायत के लोगों को भालू के हमले से बचने के लिए क्या कदम उठाने है, इसके लिए
लगातार जागरूक किया जा रहा था। अब रैपिड रेस्क्यू टीम रामपुर व वन परिक्षेत्र सराहन के कर्मचारियों की एक
सयुंक्त टीम का गठन किया गया है। जो कि शाहधार पंचायत में पड़ने वाले गांवों में घर 2 जाकर भालू – मानव संघर्ष
को किस प्रकार से कम किया जा सकता है और खुद को व अपने परिवार को किस तरह सुरक्षित रखा जा सकता है
इसके बारे में जागरूक कर रहे है । रैपिड रेस्क्यू टीम द्वारा वाइल्ड लाइफ सराहन के साथ मिलकर भालू की
आवाजाही पर निगरानी रखने के लिए कैमरा ट्रैप लगाये गये है और भालू को पकड़ने के लिए अलग-2 स्थानों पर
पिंजरे भी लगा दिए गए है। वन विभाग ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे स्वयं भी कुछ सावधानियां बरतें व
स्वयं को सुरक्षित रखें। आगामी 1 महीने तक अकेले अपने बगीचों व खेतों में काम न करें। समूह में काम करें। अकेले
खासकर रात्रि प्रहर में अकेले घर से बाहर न निकलें । यदि रात्रि में आपत कालीन स्थिति में घर से बाहर जाना भी पड़े तो समूह में ही घर से बाहर निकलें। घर से
बाहर निकलने से पहले घर के आसपास पटाखे जलाकर फेंके उसकी ध्वनि सुनकर यदि कहीं भालू छिपा
होगा तो वह डरकर भाग जायेगा ।
अपनी गोशालाओं के आस-पास रात्रि में गोबर के उपलों में सूखी लाल मिर्च डालकर जलाएं। यह एक
परम्परागत विधि है जिसका प्रयोग सदियों से भालू से बचाव के लिए किया जाता रहा है। पूर्णयता वन विभाग के साथ मिलकर चलें और अपना बहुमूल्य सहयोग दें। ताकि भालू- मानव संघर्ष के स्थान पर दोनों
अपने -अपने क्षेत्र में शांतिपूर्वक सह-अस्तित्व में रह सकें।