रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।
शिमला जिला के रामपुर वन मंडल के अंतर्गत डंसा पंचायत के जगुनी गांव में शुक्रवार को मिले तीन मृत मादा तेंदुओं की गुत्थी नहीं सुलझा पाई है। तीनों का पोस्टमार्टम करने के बाद विसरा फॉरेंसिक लैब भेज दिया गया है । मौत के असली कारणों का पता लैब रिपोर्ट आने के बाद चलेगा। उधर वन विभाग ने तीनों तेंदुओं को पोस्टमार्टम के बाद प्रावधानों के तहत टीम गठित कर जला दिया है ।
सूचना के बाद विभाग ने तीनों तेंदुओं को पोस्टमार्टम के लिए बहुआयामी पशु चिकित्सालय रामपुर पहुंचाया। तीनो मादा तेंदुए जिन में एक करीब अढ़ाई साल की मां और दो आठ से नौ महीने के मादा शावक है। अभी तक की जांच में मौत के कारणों का पता नही चल पाया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या किसी ने इन्हें जहर देकर मारा है या किसी बीमारी से मरे है। अगर जहर देकर मारा हो तो तेंदुए ने पहले किसी पालतू जानवर का शिकार किया होगा , उसके बाद उस मृत शिकार पर लोगों द्वारा जहर डाला हो सकता है। हालांकि अभी तक की जांच में किसी पालतू जानवर के इन तेंदुए द्वारा इस दौरान जगुनी गांव में मारने की सूचना नहीं है । इस से लोगों द्वारा जहर दिए जाने की अटकलों पर भी विराम लग रहा है। उधर यह भी चर्चा थी कि क्या यह तेंदुए का परिवार किसी बीमारी के कारण मारा गया है। लेकिन जिस तरह से वे स्वस्थ अवस्था में पाए गए, इससे किसी बीमारी का अंदेशा ना के बराबर है। अगर बीमारी होती तो पोस्टमार्टम में कुछ लक्षण नजर आते। शुक्रवार सुबह जगुनी गांव में जब तीनो तेंदुओं को सौ मीटर के दायरे में अचेत अवस्था में पाया गया तो जब उन्हें जांचा गया तो उनमें दो मृत पाए गए जबकि एक शावक ने कुछ समय बाद दम तोड़ दिया। वन विभाग की टीम ने मौके का मुआयना कर मृत तेंदुओं को अपने कब्जे में लिया और रामपुर ले गए। वन विभाग इस नजरिए से भी देख रहा है कि इन तेंदुओं ने ऐसा क्या जहरीला पदार्थ या जानवर खा लिया जो जहरीला था। डीएफओ रामपुर हरदेव नेगी ने बताया कि तीनों तेंदुए मादा है। उन्होंने बताया कि तीनों मृत तेंदुए करीब 100 मीटर के दायरे में अलग-अलग स्थान में मृत पाए गए। जिम दो बच्चे एक मां शामिल है । मां गांव के निकट मरी हुई मिली। जबकि शावक गांव से दूर। उन्होंने बताया कि अभी तक कोई ऐसे सुराग नहीं लगे हैं कि जिससे यह पता लगे कि जहर देकर मारे गए या फिर किसी अन्य बीमारी से। फोरेंसिक रिपोर्ट आने पर ही इसका खुलासा होगा । उन्होंने बताया तीनो तेंदुओं को टीम गठित कर ऐसे जानवरो को जलाने के लिए बनाए गए नियमो के अनुसार जला दिया गया। उधर बहुआयामी पशु चिकित्सालय रामपुर के प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर अनिल शर्मा ने बताया कि तीनों तेंदुओं का पोस्टमार्टम किया गया और फोरेंसिक रिपोर्ट के लिए उन का विसरा भेज दिया गया है। उन्होंने बताया की तीनो तेंदुए मादा है। दो शावक करीब आठ से नौ माह के है और उन की मां अढ़ाई साल की।