रिकांग पिओ, न्यूज व्यूज पोस्ट :
हिमाचल प्रदेश सरकार जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन-शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिले के सीमावर्ती गांव छितकुल और कुन्नू-चारंग के लिए भारतीय सेना द्वारा प्रदान किए गए दो रोगी वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इन वाहनों की व्यवस्था सेना की 136 इन्फेंट्री ब्रिगेड द्वारा “ऑपरेशन सद्भावना” के तहत की गई है, जिससे सीमांत क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ होंगी।
इसके उपरांत मंत्री ने 3.61 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 55 मीटर लंबे तांगलिंग खड्ड बैली पुल का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि इस पुल के बनने से क्षेत्र के लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा मिलेगी और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
मंत्री ने इस मौके पर पुल निर्माण में योगदान देने वाले भीमसेन नेगी की विशेष सराहना की, जिन्होंने प्रदेश में कई बैली पुलों का निर्माण रिकॉर्ड समय में किया है।
जगत सिंह नेगी ने यह भी बताया कि वन अधिकार अधिनियम-2006 के तहत जनजातीय क्षेत्रों के भूमिहीन लोगों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया तेज की गई है। इस अधिनियम की सफलता के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और आमजन को पंचायत स्तर पर जागरूक किया जा रहा है।
मुख्य उपस्थित सुशीला नेगी, उपायुक्त डॉ. अमित कुमार शर्मा, ब्रिगेडियर अनुराग पांडे, एसडीएम अमित कल्थेक, सीएमओ डॉ. सोनम नेगी, और कांग्रेस के कई पदाधिकारी।