Site icon Hindi &English Breaking News

मेले और त्योहार प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के परिचायक

Updated

शिमला, 03 अक्टूबर / न्यूज़ व्यूज पोस्ट —

मेले और त्योहार प्रदेश की समृद्ध संस्कृति के परिचायक हैं। यह विचार आज अध्यक्ष कैलाश फेडरेशन रवि मेहता ने तारा देवी माता मंदिर परिसर में दुर्गाष्टमी के दिन आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में मुख्यातिथि के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि मेलों में जहां लोग सुख दुःख बाँटते हैं वहीं हमें अपनी संस्कृति को जानने का अवसर भी मिलता है।
उन्होंने कहा कि बीते दो सालों से कोरोना काल में मेले का आयोजन नही हो सका था। इस वर्ष इस मेले के लिए लोगो में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है जिसमे प्रति दिन हजारों की संख्या में लोग माता के दर्शन के साथ मेले का आनंद ले रहे है।
उन्होंने कहा कि मेले का आयोजन बहुत वर्षों से किया जा रहा है। हमारी परंपरा अक्षुण रहे। एक दूसरे से मिलने जुलने से ही रिश्ते अच्छे होते है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हमारी संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। हमारी परंपरा, संस्कृति और संस्कार के लिए इस प्रकार के आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण और सरहनीय है।
उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति और इस प्रकार के आयोजन को संजोए रखना चाहिए, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को भी इसका ज्ञान हो सके।

कुश्ती प्रतियोगिता में हिमाचल तथा अन्य प्रदेशों के लगभग 200 पहलवानों में भाग लिया।

इस अवसर पर मंडलाध्यक्ष दिनेश ठाकुर, खंड विकास अधिकारी सुतेंद्र ठाकुर, न्यासी नरेश शर्मा, दीपेंद्र रोहाल, इंदर सिंह ठाकुर, दिनेश ठाकुर, परमानंद, मनोहर ठाकुर, दीम दयाल वर्मा, पूर्णा नंद वर्मा, चंदन शर्मा एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

Exit mobile version