सोलन, 25 मार्च: मां जिसे दुनिया में सबसे बड़ा संरक्षक माना जाता है, उसी ममता को एक बार फिर शर्मसार कर देने वाली घटना हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले से सामने आई है। सोलन के पास सलोगड़ा बस्ती में मंगलवार शाम करीब 4 बजे एक नवजात बच्ची नग्न अवस्था में लावारिस हाल में मिली।
स्थानीय महिला बनी देवदूत
स्थानीय निवासी संतोष जब कपड़े धोने के लिए बावड़ी की ओर जा रही थीं, तो अचानक उन्हें एक मासूम की रोने की आवाज सुनाई दी। जब उन्होंने पास जाकर देखा, तो एक नवजात बच्ची ठंड में तड़प रही थी। संतोष ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए बच्ची को गोद में उठाया और तत्काल अपने भाई के साथ उसे सोलन अस्पताल पहुंचाया।
चिकित्सकों की निगरानी में बच्ची
सोलन अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात सर्जन स्पेशलिस्ट डॉ. मुकुल ने बताया कि बच्ची को चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती किया गया है और उसकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है।
पुलिस जांच में जुटी
पंचायत प्रधान को सूचित करने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा। सोलन के एसपी गौरव सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यह बेहद संवेदनशील मामला है और पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है। नवजात का मेडिकल कर एमएलसी हासिल कर लिया गया है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि बच्ची को वहां किसने और क्यों छोड़ा।
पहले भी सामने आ चुका है ऐसा मामला
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले कंडाघाट के श्मशान घाट के बाहर भी इसी तरह एक नवजात बच्ची को लावारिस छोड़ दिया गया था। बार-बार सामने आ रही ऐसी घटनाएं कई गंभीर सामाजिक सवाल खड़े करती हैं।
समाज को आत्ममंथन की जरूरत
ऐसे मामलों को देखते हुए समाज को आत्ममंथन करने की जरूरत है। सरकार और प्रशासन को न केवल ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए, बल्कि सामाजिक जागरूकता अभियान भी चलाने की जरूरत है, ताकि कोई भी मां मजबूरी में अपने बच्चे को इस तरह छोड़ने के लिए मजबूर न हो।