शिमला। न्यूज़ व्यूज पोस्ट—अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सचिव पवन मिश्रा, प्रांत अध्यक्ष पवन कुमार प्रांत महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर प्रांत संगठन मंत्री विनोद सूद, डॉ मार्कंडेय, नरेंद्र कपिला, मीडिया प्रभारी शशि शर्मा, तीर्था नन्द शर्मा, उपाध्यक्ष ललिता वर्मा, सभी जिलों के अध्यक्ष, महामंत्री, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों, जिला कार्यकारिणी के सदस्यों ने अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा मंडी के कंसा चौक में 8 अगस्त 2021 को प्रांतीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर के समक्ष प्रदेश में काम कर रहे हैं भाषा अध्यापक और संस्कृत अध्यापकों के लिए टीजीटी भाषा और टीजीटी संस्कृत पदनाम की मांग की थी। जिसे मुख्यमंत्री महोदय द्वारा स्वीकार किया गया था और बाद महासंघ के आग्रह को मानते हुए बजट सत्र में इस मांग को लेकर आए थे। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की इस मांग को मानने के लिए हिमाचल इकाई आभार व्यक्त किया है।
इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे प्रदेश के 15 हजार शिक्षको को मान ओर सम्मान मिलेगा। प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि जिस दिन यह आदेश जारी हुए है उसी दिन इस विषय को मुख्यमंत्री, प्रधान शिक्षा सचिव, से उठाया गया। जिसमे सभी शिक्षको को जिन पर यह फैसला लागू होता है उन्हें सभी वितीय लाभ के साथ साथ राज्य कैडर करने की मांग को प्रमुखता से उठाया। प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि जब अध्यापको को टीजीटी बनाया गया है तो उन्हें वह सभी लाभ मिलेंगे जो टीजीटी को मिलते है। एक विभाग में अलग अलग टीजीटी नही हो सकते। अभी टीजीटी के आर एंड पी रूल एक जैसे होंगे। इस प्रकार के आदेशों का कोई औचित्य नही। महासंघ इस विषय को सरकार के समक्ष रख चुका है इस पर जल्द फैसला होगा।प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने कहा कि मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री ओर प्रधान शिक्षा सचिव से चर्चा हो गई है जल्दी सार्थक परिणाम आएंगे। कुछ लोग अध्यापको को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन से बचना होगा।