विशेषर नेगी।
हिमाचल प्रदेश के स्पीति घाटी के पिन वैली के कारा नमक स्थान में फसे भेड़ पालकों को रेस्क्यू करने के लिए एनडीआरएफ, आइटीबीपी व होमगार्ड की टीम आज सुबह किन्नौर के काफनू नामक स्थान से रवाना हुई है । एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया कि एनडीआरएफ 7 सदस्य टीम के साथ अन्य बचाव दल बीती रात काफनु पहुंचे ।आज सुबह वे पिन घाटी के कारा नामक स्थान की ओर रवाना हुए हैं। उल्लेखनीय है कि पशुपालन विभाग के भेड़ प्रजनन केंद्र ज्यूरी का एक एक दल भेड़ों को लेकर स्पीति घाटी के कारा नामक स्थान में डेरा जमाए था। रविवार को दो बार लगातार बादल फटने के कारण 9 में से चार टेंट बह गए थे। दूरभाष के लिए सिग्नल की कमी के कारण संपर्क करना मुश्किल था। भेड़ों के साथ गए पशुपालन विभाग के फार्मेसिस्ट सुभाष चंद्र ने काफी दूर पहाड़ी पर मोबाइल सिंगनल वाली जगह पहुंच कर बताया कि वह ऐसी जगह में टेंट लगाए थे जहां दोनों और नाले बहते हैं। अचानक दो बार बादल फटने से उनके 9 टेंट में से चार पैंट बह गए हैं। हालांकि कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। एनडीआरएफ के डिप्टी कमांडेंट धर्मेंद्र ठाकुर ने बताया कि भेड़ पालकों और अन्य फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए टीम भेज दी गई है ।जल्द ही घटनास्थल पर पहुंच कर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएंगे।