रामपुर बुशहर। न्यूज़ व्यूज पोस्ट— गर्भनिरोधक कई सरल विकल्प होने के बाद भी नसबंदी के माध्यम से परिवार नियोजन को ग्रामीण दूर दराज इलाको के लोग अधिक महत्व देने लगे है। इस मे खास कर महिलाएं आगे आ रही है। यही कारण है कि चार जिलों के मरीजों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने वाले महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर खनेरी में दो दिनों में 53 महिलाओं ने नसबदी करवाया है। जबकि अभी दर्जनों महिलाएं अगली तिथि की प्रतीक्षा कर रही है। क्योकि खनेरी में शनिवार को नसबन्दी की जाती है। उल्लेखनीय हैकि कोरोनावायरस के चलते पिछले 2 वर्षों से हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र में नसबंदी कार्यक्रम प्रभावित हुआ था। विकट स्थिति के चलते अलग- अलग स्थानों पर लगने वाले नसबन्दी शिविरो पर भी ब्रेक लगा। लेकिन अब फिर से महात्मा गांधी चिकित्सा सेवाएं परिसर खनेरी में नसबंदी कार्यक्रम आरंभ हो गया है। आज चिकित्सा सेवा परिसर में 31 महिलाओं की नसबंदी की गई। इन महिलाओं में मंडी ज़िला के करसोग, थुनाग, चुराग, शिमला के रामपुर आसपास , कुल्लू के आनी व किन्नौर के शामिल थी । इससे पूर्व परिसर में पिछले शनिवार को भी 22 महिलाओं की नसबंदी की गई । महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ दिनेश शर्मा, बेहोशी विशेषज्ञ सतीश नेगी व उनके सहयोगी प्रतिमा , मनिका, विवेक ,दीपक आदि की टीम ने इस नसबन्दी अभियान को अमलीजामा पहनाया है। उन का प्रयास हैकि प्रयास है कि दूरदराज से आई महिलाओं को समय पर नसबंदी कर उन्हें अतिरिक्त परेशानी से बचाएं। इस अभियान को अमलीजामा पहनाने में
महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर प्रकाश का कुशल मार्गदर्शन व प्रयास भी नसबन्दी में लगी टीम को प्रोत्साहित कर रही है।