रामपुर बुशहर -विशेषर नेगी —
-मानव कल्याण शिक्षा समिति द्वारा संचालित सर्वपल्ली राधाकृष्णन
m.Ed कॉलेज नोगली बालना में मनाया गया वार्षिक समारोह। समारोह के मुख्य
अतिथि कार्यवाहक अध्यक्ष हिमाचल प्रदेश रेगुलेटरी कमीशन HP PERC
शशिकांत शर्मा ने कहा प्रदेश में निजी शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता
पूर्ण एवं पारदर्शी शिक्षा का हो रहा है प्रयास। रेगुलेटरी कमीशन की टीम
लगातार कर रही है निजी शिक्षण संस्थानों का निरीक्षण । समारोह के दौरान
b.Ed m.Ed के प्रशिक्षु अध्यापकों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियो से
अतिथियों का किया खूब मनोरंजन।
-मानव कल्याण शिक्षा समिति द्वारा संचालित सर्वपल्ली
राधाकृष्णन m.Ed कॉलेज नोगली बालना में वार्षिक समारोह का आयोजन किया
गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कार्यवाहक अध्यक्ष रेगुलेटरी कमीशन HP
PERC शशिकांत शर्मा ने m.Ed कालेज के प्रशिक्षु अध्यापकों को
बेहतर शिक्षक बन कर समाज में चेतना लाने का संदेश दिया। शर्मा ने बताया
कि उनका प्रयास है कि प्रदेश में चल रहे हैं निजी उच्च शिक्षण संस्थानों
में गुणवत्तापूर्ण पारदर्शिता पूर्ण शिक्षा बनी रहे., ताकि शिक्षा के
क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश बुलंदियों को छू सके। उन्होंने बताया कि
सर्वपल्ली राधाकृष्णन m.Ed कॉलेज नोगली बलाना का निरीक्षण करने पर पाया
कि शिक्षा का एक बेहतर माहौल यहाँ दिया जा रहा है। शिक्षण संस्थान के लिए
जो व्यवस्था होनी चाहिए वो न केवल पूर्ण है बल्कि हिमाचल के बेहतर m ed
कालेजों में से एक है। मानव कल्याण शिक्षा समिति एवं सर्वपल्ली
राधाकृष्णन एम एड कालेज के अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने बताया कि उनके संस्थान
का उद्देश्य है कि शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन हो। इसलिए
सर्वपल्ली राधाकृष्णन m.Ed कॉलेज नोगली एक अच्छे वातावरण में
अध्यापकों को तैयार करने का हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने बताया
यहाँ न केवल ल अध्यापन का बेहतर प्रशिक्षण दिया जाता है बल्कि संस्कार
एवं शिष्टाचार के साथ आगे पढ़ने का भी मार्ग सिखाया जाता है। उन्होंने
कहा कि उनकी संस्था गरीबों एवं मेधावी छात्रों को प्रोत्साहित करने के
लिए छात्रवृति भी दे रही है। सर्वपल्ली राधाकृष्णन एमएड कालेज के
प्रिंसिपल नवीन मोक्टा ने बताया कि प्रशिक्षु अध्यापकों को भविष्य में
किस तरह से छात्रों को स्कूलों में तराशना है बारीकी से शिखाया जाता है।
इस वार्षिक समारोह के आयोजन का मकसद साल भर में प्रशिक्षु अध्यापको ने
कितनी मेहनत की, किस तरह का उनका प्रदर्शन रहा ,इस सब को प्रदर्शित करने
के लिए है। समरोह के दौरान प्रशिक्षु अध्यापको ने एक से बढ़ कर एक
प्रस्तुतियां एवं लागु नाटिकाओं से समाज में शिक्षा के माध्यम से कैसे
परिवर्तन लाया जा चित्रण किया।