रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।
एसजेवीएन की निर्माणाधीन 210 मैगावाट की लुहरी परियोजना के खिलाफ बांध स्थल के लोगों ने किया धरना प्रदर्शन और निकाली रैली। लोगों का आरोप परियोजना निर्माता ने वादाअनुसार उनकी मांगे नहीं की पूरी। सात दिनों से बैठे हैं धरने पर । परियोजना प्रभावितों ने परियोजना निर्माण में धांधली होने का भी लगाया आरोप । उच्च स्तरीय जांच की उठाई मांग।
शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के तहत नीरथ पंचायत के लोगों ने 210 मेगावाट की निर्माणाधीन लुहारी परियोजना के खिलाफ सूर्य नारायण बांध विस्थापित संघर्ष समिति के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया और रैली निकाली। लोगों के समर्थन में निरथ बाजार भी बंद रहा। प्रदर्शनकारियों का आरोप था कि लुहारी जल विद्युत परियोजना निर्माता परियोजना प्रभावितों की समस्याओं को नजर अंदाज कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि परियोजना निर्माण से पहले जो शर्तें पंचायत के माध्यम से परियोजना निर्माताओ से रखी थी, उन्हें पूर्ण नहीं की जा रही है । उन्होंने बताया ना तो बेरोजगारों को स्थाई रोजगार मिल रहा है, ना ही प्रदूषण का पैसा समय पर दिया जा रहा है । जो जो भी मांगे एवं कल्याण से जुड़े कार्य जिन्हें सर के तहत किया जाना था परियोजना निर्माता के समक्ष रखी है उन्हें पूर्ण नहीं की जा रही है। परियोजना निर्माण के दौरान हुए धमाके से मकानों में आई दरारें की एवज में राहत के तौर पर दी जाने वाले धन आवंटन में भी बंदर बांट हुआ है। प्रशासन और परियोजना प्रबंधन उदासीन रवैया अपनाए हैं। जिस कारण निरथ के लोग पिछले 6 दिनों से परियोजना बांध स्थल के निकट धरने पर बैठे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती वह पीछे हटने वाले नहीं है। उन्होंने परियोजना निर्माण में धांधली होने व गुणवत्ता को ध्यान में न रखने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि देशहित में इस मामले को उजागर करना जरूरी हो गया है और उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए । उन्होंने बताया कि परियोजना का करीब 600 मीटर लंबा डायवर्जन टनल भी पूरी तरह धंस गया है। ना तो उसमें रॉक बोल्टिंग सही हुई न ही रिब्ज ठीक तरह से लगाए गए । क्वालिटी कंट्रोल की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया गया है। इसकी भी जांच होनी चाहिए । वे इस मामले को प्रमुखता से उठाएंगे।
निरथ पंचायत के उपप्रधान प्रेम ने बताया कि वैसे तो एसजेवीएन नवरत्न बन गई है, लेकिन यह जो सामने परियोजना बन रही है इसमें धांधली हुई है । इनके बांध स्थल पर डायवर्जन टनल ध्वस्त हो गया है और परियोजना निर्माण में अनियमित हुई है। चाहे रोक बोल्टिंग हो या अन्य कार्य इनका क्वालिटी कंट्रोल विभाग बिल्कुल भी निष्क्रिय रहा।
निरथ महिला मंडल की प्रधान रजनी ने बताया कि वे लुहारी परियोजना के बांध निर्माण के दौरान हो रही नुकसानियों को देखते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। परियोजना निर्माताओं से वे स्थानीय युवाओं को रोजगार , सिवरेज व्यवस्था, और प्रदूषण का पैसा समय पर देने की मांग कर रहे हैं।
नीरजा महिला मंडल सचिव ने बताया कि परियोजना निर्माता निरथ में सिवरेज व्यवस्था ठीक करें । युवाओं को परियोजना में नौकरी दी जाए। मकानों में आई दरारों की एवज में नुकसानियों की भरपाई अभी तक नहीं की है।
सूर्य नारायण बांध विस्थापित संघर्ष समिति के प्रधान बाबू राम ने बताया कि प्रभावितों ने प्रशासन और परियोजना प्रबंधन को समय-समय पर अपनी समस्याओं को सामने रखा। लेकिन कोई गौर नहीं किया जा रहा है। मजबूर होकर के 6 दिनों से प्रभावित धरने पर बैठे हैं । आज उन्होंने प्रदर्शन भी किया। जब तक उनकी मांगे पूर्ण नहीं होती वे यहां से उठने वाले नहीं है। पॉल्यूशन और दरारों का पैसा भी समय पर दिया जाए। रोजगार भी प्रभावितों को दिया जाए।