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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर त्रिगर्त दिव्य योग समिति ने कांगड़ा क्षेत्र में सात स्थानों पर किए सफल योग कार्यक्रम आयोजन

कांगड़ा, 21 जून 2025 , न्यूज व्यूज पोस्ट

– “योगः एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” की थीम के तहत त्रिगर्त दिव्य योग समिति ने 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में कांगड़ा जिला के विभिन्न स्थलों पर योग सत्रों का भव्य आयोजन किया। इन कार्यक्रमों का नेतृत्व अनुभवी योग गुरुओं और प्रशिक्षित शिक्षकों ने किया, जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों, विद्यार्थियों व शिक्षकों ने भाग लिया।

योग सत्रों का आयोजन निम्नलिखित तिथियों व स्थानों पर किया गया:

  1. 19 जून 2025 – राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, कच्छयारी (समय: 9:00 बजे)

    योग गुरु रणजीत सिंह ने योगाभ्यास का संचालन करते हुए प्रतिभागियों को योग के दैनिक जीवन में लाभों की जानकारी दी।

  2. 20 जून 2025 – शहीद स्मारक, धर्मशाला (समय: 8:00 बजे)

    योग गुरु रणजीत सिंह ने इस ऐतिहासिक स्थल पर युवाओं के साथ मिलकर सामूहिक योग सत्र का नेतृत्व किया।

  3. 21 जून 2025 – कांगड़ा दुर्ग (समय: 6:00 बजे)

    प्राचीन धरोहर स्थल पर आयोजित इस विशेष सत्र में भी योग गुरु रणजीत सिंह ने प्रतिभागियों को प्राणायाम और योगासन की विधियां सिखाईं।

  4. 21 जून 2025 – द्रोणाचार्य महाविद्यालय, रैत (समय: 8:00 बजे)

    कॉलेज परिसर में विद्यार्थियों और शिक्षकों के बीच योग गुरु रणजीत सिंह ने आत्मसंतुलन और मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग का महत्व बताया।

  5. 21 जून 2025 – राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, मूला (समय: 7:30 बजे)

    योग शिक्षिका लता ठाकुर के सत्र में महिलाओं और छात्राओं की विशेष भागीदारी रही। उन्होंने सरल योगासनों के माध्यम से दैनिक तनाव को कम करने के उपाय सिखाए।

  6. 21 जून 2025 – केंद्रीय विद्यालय, गोजू (समय: 8:30 बजे)

    योग शिक्षिका राखी शर्मा ने बच्चों व शिक्षकों के साथ मिलकर उत्साहपूर्ण योग प्रदर्शन किया। उन्होंने बच्चों में एकाग्रता बढ़ाने के लिए विशेष योग अभ्यास करवाए।

  7. 21 जून 2025 – निफ्ट कांगड़ा (समय: 8:30 बजे)

    फैशन संस्थान के विद्यार्थियों के लिए योग शिक्षक अभिषेक ने शरीर व मन को सशक्त बनाने वाले आसनों का अभ्यास करवाया।

त्रिगर्त दिव्य योग समिति के समन्वय से संपन्न इन कार्यक्रमों ने न केवल योग के शारीरिक लाभों को उजागर किया, बल्कि मानसिक और आत्मिक संतुलन के लिए योग की प्रासंगिकता पर भी प्रकाश डाला। समिति ने बताया कि भविष्य में भी इसी तरह जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।


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