रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी।
आईटीबीपी की 43वीं बटालियन ने रामपुर उप मंडल के ज्यूरी स्कूल में लगाया हथियारों की प्रदर्शनी एवं जागरूकता शिविर। सेंट्रल आर्म पुलिस फोर्सिज में कैसे प्रवेश पाया जा सकता है और उन की कार्य प्रणाली रहती है इस बारे दिया बारीकी से ज्ञान।
इस दौरान बल के द्वारा प्रयोग किए जा रहे विभिन्न हथियारों एवं आपातकालीन स्थिति में प्रयोग की जाने वाली संचार प्रणाली से भी कराया रु बी रूह । आईटीबीपी के अधिकारियों ने स्वस्थ एवं उन्नत समाज के निर्माण के लिए नशे से दूर रहने का भी किया आह्वान।
शिमला जिला के रामपुर उपमंडल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्यूरी में आईटीबीपी की 43 बटालियन द्वारा सेंटर आर्म्ड पुलिस फोरसीज यानी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के क्रिया कलापों को जानने के लिए एक शिविर का आयोजन किया । इस दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल द्वारा प्रयोग किए जा रहे हैं हथियारों , संचार प्रणाली ,रॉक क्लाइंबिंग, आदि उपकरणों की भी प्रदर्शनी लगाई। छात्रों को बताया गया कि कौन से हथियार कहां और कैसे प्रयोग किए जाते हैं। किन विकट परिस्थितियों में सैनिक काम करते हैं। इसके साथ-सा उन्हें यह भी बताया गया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में प्रवेश पाने के लिए किस तरह से तैयारी की जानी चाहिए। छात्रों को बताया कि इससे देश सेवा के साथ-साथ स्वरोजगार भी जुड़ जाता है। । आईटीबीपी 43वीं वाहिनी के कमांडेंट चंदन सिंह भंडारी ने बताया कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में सैनिकों को सुविधाएं भी आशानुप मिल रही है। अब महिलाओं की भागीदारी इन फोरसीज में बढ़ गई है। उन्होंने बताया कि इन बलों में नौकरी पाने के बाद पूरा देश देखने और नजदीक से जानने का मौका मिलता है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में युवाओं में नशे का प्रचलन बढ़ रहा है। युवा खास कर छात्र अपने भविष्य और लक्ष्य को सामने रख कर , इससे दूर रहने का प्रयास करें । ताकि स्वस्थ ,समृद्ध एवं सशक्त समाज का निर्माण किया जा सके। प्रदर्शनी के दौरान एक वृतचित्र भी दिखाई गई। जिस में आईटीबीपी द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में दी जा रही सेवाओं और क्रिया कलापों को दर्शाया गया था।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ज्यूरी के प्रधानाचार्य पदम बिष्ट ने बताया आज आईटीबीपी की 43वीं बटालियन की ओर से हथियारो की प्रदर्शनी एवं स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया गया था। इस दौरान खासतौर पर करियर काउंसलिंग की गई । देश सेवा के लिए कैसे इन बलों के माध्यम से नौकरी पाई जा सकती है जानकारी दी। यह भी बताया गया फौज किस तरह के अस्तर शास्त्र कैसे प्रयोग करते है। सीमाओं पर क्या उनकी भूमिका रहती है ,किस तरह वह देश रक्षा करते बताया। उन्होंने बताया इस तरह की गतिविधियों से छात्रों को प्रेरणा मिलती है।
स्कूली छात्रा प्रियांशी सैनी ने बताया आज हमारे स्कूल में आईटीबीपी की 43 बटालियन की ओर से प्रदर्शनी लगाई गई थी। जिसमें हथियारों के बारे में बताया गया। जिसमें एक लघु वृत्त चित्र भी दिखाया गया। इस में आईटीबीपी के क्रियाकलापों के बारे में जानकारी मिली। इस दौरान यह भी बताया गया कि केंद्रीय सशस्त्र बलों में प्रवेश के लिए तैयारी कैसे करे।
आईटीबीपी 43वी वाहिनी के निरीक्षक देशचंद पांडे ने बताया कि आईटीबीपी के द्वारा सभी स्कूली बच्चों को दूरसंचार प्रणाली एवं हथियारों के संबंध में प्रदर्शनी लगा कर जानकारी दी गई। इसके अलावा रॉक क्लाइमिंग व मेडिकल इक्विपमेंट की विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा एक पिक्चर दिखाई गई । बॉर्डर एरिया में जो जवान रहते हैं उनके द्वारा क्या-क्या क्रिया कलाप रहती है बताया गया।