लसोलन , न्यूज व्यूज पोस्ट : हिमाचल प्रदेश पुलिस की एसआईयू टीम ने नशे के कारोबार से अर्जित करीब 2.37 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की है। इस कार्रवाई में आरोपियों के आलीशान मकान, लग्जरी गाड़ियां, नकद जमा और फिक्स्ड डिपॉजिट्स शामिल हैं। यह संपत्ति 10 आरोपियों व उनके सहयोगियों के नाम पर दर्ज थी, जिन्हें दो अलग-अलग नशीले पदार्थों के मामलों में पकड़ा गया था।
मामला 1: चरस तस्करी में मुख्य आरोपी प्रकाश ठाकुर
एसपी गौरव सिंह ने जानकारी दी कि 27 अप्रैल 2025 को थाना कंडाघाट के गौड़ा क्षेत्र में पुलिस ने 3 आरोपियों से 1.310 किलोग्राम चरस बरामद की थी। गिरफ्तार आरोपी:
- प्रकाश ठाकुर (निवासी चौपाल)
- राजेश पांडे (निवासी बलग)
- रविंद्र (56) (निवासी भड़ोली, तहसील राजगढ़)
जांच में सामने आया कि प्रकाश ठाकुर इस नेटवर्क का किंगपिन है, जो अपने घर पर चरस का उत्पादन करता था और शिमला, सोलन व सिरमौर जिलों में सप्लाई करता था। आरोपी ने पिछले छह सालों में अपनी पत्नी, पुत्र और रिश्तेदारों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति खड़ी की।
पुलिस की वित्तीय जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह संपत्तियां नशे की कमाई से अर्जित थीं, जिनमें घर, जमीन, लग्जरी वाहन शामिल हैं। इस मामले में कुल 2.09 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई।
मामला 2: चिट्टा सप्लाई से 28 लाख की अवैध संपत्ति
दूसरे मामले में 17 मार्च को थाना धर्मपुर पुलिस ने गौरव और चेतन नामक दो आरोपियों को 11 ग्राम हैरोइन (चिट्टा) के साथ पकड़ा था। जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी लंबे समय से स्थानीय स्तर पर तस्करी कर रहे थे। पुलिस की जांच में पाया गया कि उन्होंने करीब 28 लाख रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की है, जिसे जब्त कर लिया गया।
पुलिस का संदेश:
एसपी गौरव सिंह ने कहा कि नशे के कारोबार से जुड़े लोगों पर पुलिस की सख्त नजर है और ऐसे अपराधियों की न सिर्फ गिरफ्तारी की जाएगी, बल्कि उनकी अवैध संपत्तियों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वित्तीय जांच के जरिए अब तस्करों की कमाई भी जब्त की जाएगी, जिससे नशे के नेटवर्क को जड़ से खत्म किया जा सके।