शिमला। न्यूज़ व्यूज पोस्ट—
शिमला. हिमाचल प्रदेश कैबिनेट मीटिंग ने फैसला लिया हैकि कोरोना के चलते सूबे में लगाया गया नाइट कर्फ्यू खत्म कर दिया गया है। साथ ही दो दिन से प्रदेश में धरने पर चल रहे ठेकेदारों की मांगें भी सरकार ने मान ली है। बुधवार को शिमला में सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में यह फैसला हुआ है। शिमला में कैबिनट की चली बैठक में कोरोना बंदिशों में भी ढील देने को लेकर फैसला हुआ है।अब इंडोर और आउटडोर में क्षमता के 50 फीसदी लोग एकत्र हो सकेंगे।
ठेकेदार सरकार से माइनिंग के नियमों में संशोधन कर सरलीकरण की मांग कर रहे थे। क्रेशर में डब्ल्यू एक्स फार्म देने की सीमा तय की गई है। लेकिन ठेकेदारों को यह फार्म नहीं मिल रहे थे।, जिससे लोक निर्माण और अन्य विभागों के पास करोड़ों की राशि फंसी हुई है। ठेकेदारों का एक जुलाई 2017 से पहले के कार्यों पर रिफंड का मामला भी लटका हुआ है और इस कारण ठेकेदार दो दिन से हड़ताल पर चल रहे हैं।। कैबिनेट में तय हुआ है कि ठेकेदारों की पेमेंट जल्द सरकार कर देगी और उन्हें करीब 270 करोड़ रुपये की राशि बकाया दी जाएगी। प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में आउटडोर इंडोर में क्षमता के 50 फ़ीसदी लोग एकत्र हो सकेंगे। वह क्षमता 1000 लोगों की भी हो सकती है 2000 की भी हो सकती है।