शिमला, न्यूज व्यूज पोस्ट: शिमला जिले में आयोजित पुलिस कांस्टेबल भर्ती की शारीरिक दक्षता परीक्षा में अधिकांश अभ्यर्थियों को झटका लगा है। 1 से 11 अप्रैल तक चले इस परीक्षण में कुल पंजीकृत 12,975 उम्मीदवारों में से केवल 1,464 ही फिजिकल टेस्ट की कसौटी पर खरे उतर सके। यानी, सफलता का प्रतिशत महज़ 11.2 रहा।
परीक्षा में भागीदारी भी अपेक्षा से कम रही। करीब 4,970 अभ्यर्थी टेस्ट में शामिल ही नहीं हुए, जबकि 30 उम्मीदवारों को पंजीकरण में खामी के चलते मौका नहीं मिला। कुल 7,825 युवाओं ने ही मैदान में उतरकर दांव आज़माया, जिनमें से 6,361 को निराशा हाथ लगी।
कहाँ हुई सबसे ज़्यादा चूक?
फिजिकल टेस्ट के अलग-अलग चरणों में आंकड़े चौंकाने वाले रहे:
- हाई जंप: 2,426 उम्मीदवार बाहर हुए
- 100 मीटर दौड़: 2,328 असफल
- लॉन्ग जंप: 34 ने मापदंड नहीं पूरे किए
- ऊंचाई/छाती माप: 372 अभ्यर्थी बाहर
- 1500 मीटर दौड़: 1,171 ने छोड़ी रेस
महिलाएं रहीं कुछ बेहतर स्थिति में
परीक्षा में भाग लेने वाले 5,023 पुरुषों में से सिर्फ 926 पास हो सके, वहीं 2,302 महिला प्रतिभागियों में से 538 ने फिजिकल टेस्ट सफलतापूर्वक पार किया।
अंतिम दिन की सुस्त तस्वीर
11 अप्रैल को आयोजित अंतिम दिन के टेस्ट में 1,152 युवाओं को बुलाया गया था, लेकिन केवल 555 ही पहुंचे। इनमें भी सिर्फ 59 उम्मीदवार सभी मानकों पर खरे उतरे। इस दिन हाई जंप में 173 और 100 मीटर दौड़ में 161 युवा असफल रहे।
निष्कर्ष:
इस बार की भर्ती प्रक्रिया में फिजिकल टेस्ट ने कड़ा फिल्टर साबित किया। आंकड़े बता रहे हैं कि मैदान में उतरने वाले हर 10 में से लगभग 8 अभ्यर्थी तय मानकों को पार नहीं कर पाए। ये नतीजे साफ दर्शाते हैं कि तैयारी में सुधार और फिटनेस पर ध्यान अब पहले से कहीं ज़्यादा ज़रूरी हो चला है।