शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट,
शिमला की पहाड़ियों पर बसे शांत, एकांत और आध्यात्मिक ऊर्जा से भरे संजौली के जोनांग बौद्ध मठ में गुरुवार को ऐसा कुछ घटा, जिसने न सिर्फ मठ की दीवारों को बेचैन कर दिया, बल्कि पूरे इलाके में हलचल मचा दी।
यहां से दो नाबालिग भिक्षु — एक अरुणाचल प्रदेश से और दूसरा दार्जिलिंग से — अचानक रहस्यमयी तरीके से लापता हो गए। उम्र महज 12 और 13 साल। न मन में छल, न चेहरे पर चिंता — फिर कैसे अचानक गायब हो गए हिमालय की गोद में साधना कर रहे ये मासूम?
मठ की परंपरा में पहली बार ऐसी घटना
भारत में जोनांग परंपरा का यह इकलौता मठ 1963 में स्थापित हुआ था। यहां शांति और अनुशासन का अनुकरणीय उदाहरण देखने को मिलता है। सौ से ज्यादा भिक्षुओं के बीच कभी कल्पना भी नहीं की गई थी कि यहां से कोई बच्चा ऐसे गायब हो सकता है।
रहस्य गहराया…पुलिस अलर्ट
ढली पुलिस ने मामला अपहरण की धाराओं में दर्ज किया है। आस-पास की सीसीटीवी फुटेज खंगाली जा रही है। सवाल यही है कि —
- क्या दोनों बच्चे खुद गए?
- किसी के बहकावे में आए?
- या फिर कोई सोची-समझी साजिश है?
संवेदनाओं की लड़ाई
मठ के प्रबंधक पेमा फुंटसोक का कहना है कि दोनों बच्चे अपने सामान्य दिनचर्या में थे। कभी कोई परेशानी जाहिर नहीं की। लेकिन आज मठ की प्रार्थना में भी एक प्रार्थना और जुड़ गई है — “दोनों बच्चे सकुशल लौट आएं।”