रामपुर बुशहर। विशेषर नेगी।
निर्माणाधीन लुहारी जल विद्युत परियोजना के 450 से अधिक मजदूरों को नौकरी से निकल जाने पर प्रदेश इंटर हुआ मुखर। रामपुर में पत्रकार वार्ता के दौरान इंटक प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा परियोजना निर्माण में लगी कंपनी श्रम कानूनों का कर रही है उलंघन। हक के लिए कानून का दरवाजा खटखटाने की कही बात।
एसजेवीएन की निर्माणाधीन लुहारी जल विद्युत परियोजना से अगस्त माह में 400 से अधिक मजदूरों की सेवाएं समाप्त किए जाने पर इंटक मुखर हुआ है । रामपुर में आज पत्रकार वार्ता के दौरान इंटर के प्रदेश उपाध्यक्ष बिहारी सहयोगी ने कहा, एसजेवीएन की 210 मैगावाट की लुहरी जल विद्युत परियोजना के निर्माण में लगी पटेल कंपनी द्वारा गैर कानूनी तरीके से 450 से अधिक मजदूरों की सेवाएं अगस्त माह में समाप्त की है। उन्होंने बताया कि अगर कंपनी के पास काम नहीं था तो नौकरी से निकालते हुए पहले नियमानुसार दी जाने वाली राशि का भुगतान करना चाहिए था।
उन्होंने बताया कि कंपनी ने मजदूरों को जुलाई अगस्त का मेहनताना भी नहीं दिया। कानून के अनुसार को नोटिस पे भी नही दिया। नौकरी से निकाले जाने पर कंपनसेशन भी नहीं दिया । कंपनी ने देश के कानून की खुली उलंगाना की है। परियोजना निर्माण में लगी कंपनी किसी राजनीतिक इशारे पर काम कर रही है।
इंटक के राज्य उपाध्यक्ष बिहारी सेवगी ने कहा सरकार से भी निवेदन किया है कि पटेल कंपनी को मजदूरों के शोषण के लिए खुली छूट ना दी जाए। जितने भी मजदूरों को नौकरी से निकाला है उन्हें बहाल करें। अगर काम नहीं तो रीट्रेंचमेंट कंपनसेशन दिया जाए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कंपनी काम ना होने का बहाना लगा रही है । लेकिन यह भी उनकी नालायकी और भ्रष्टाचार की वजह से हुआ है। टनल जो है कोलेप्स हुई उस में अनियमितताएं की गई है।