रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी —–
अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस’ के अवसर पर रामपुर खंड कार्यालय
सभागार में बजुर्गो के लिए आयोजित किया गया एक समारोह। इस दौरान
विभिन्न दूर दराज क्षेत्र से आए बुजुर्गों ने सांझा किए अपने अनुभव।
वर्तमान बदलते परिवेश मे बुजुर्गों की पारिवारिक स्तर पर अनदेखी होने की
बाते भी आई सामने! इस दौरान विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने
पारंपरिक अनाजों से बनवाएं पकवान भी खिलाये बजुर्गो को !
-अंतरराष्ट्रीय बृद्ध दिवस’ के अवसर पर रामपुर में बजुर्गो के
लिए खंड विकास कार्यालय की ओर से समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान
बताया बजुर्ग हमारे धरोहर है , बजुर्गो मार्गदर्शन से जहाँ आज हम अपनी
परम्परा और संस्कृति को बचने में सक्षम है वही वे हमारे मार्गदर्शक भी
है। इस दौरान विभिन्न दूर दराज क्षेत्र से आए बुजुर्गों ने अपने अनुभव
सांझा किये। बजुर्गो ने चर्चा के दौरान वर्तमान परिवेश में उन्हें आदर
सम्मान न मिलने व् बच्चो द्वारा अनदेखी किये जाने की बाते भी रखी।
कार्यक्रम के दौरान बजुर्गो ने अपने जीवन के कई अनुभवों को साँझा करने के
साथ पुरानी व् विलुप्त प्राय गाने गए कर नाच गान भी किया। बजुर्गो को
स्वयं सहयता समूहों की महिलाओ ने पारम्परिक अनाजों से बने पकवान खिला कर
इन अनाजों की पौष्टिकता और औषधीय गुणों से भी अवगत कराया। इस दौरान
अधिकारियो ने बताया ‘अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस’ समस्त विश्व में मनाया
जाने वाला महत्त्वपूर्ण दिवस है। अंतर्राष्ट्रीय वृद्ध दिवस
1अक्टूबर1991 से मनाया जा रहा है। इस दिवस के आयोजन का उद्देश्य
प्रत्येक वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करना,
उनके सम्बन्ध में चिंतन करना तथा उनकी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान
रखना है। वेस भारत में 2007 में ‘माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण
विधेयक’संसद में पारित किया गया। इसमें माता-
पिता के भरण-पोषण, वृद्धाश्रमों की स्थापना, चिकित्सा सुविधा की व्यवस्था
और वरिष्ठ नागरिकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा का प्रावधान किया
गया है।
खंड विकास कार्यालय के एलएसइओ रजनी ने बताया की आज बृद्ध
दिवस के आयोजन का मकसद था की पुरातन संस्कृति विलुप्त होती जा रही है।
आज बृद्धो को उपेक्षा का भी कई क्षेत्रों में शिकार होना पढ़ रहा है।
हमे चाहिए की उच्च संस्कार और आदर्शो को इन बृद्धजनो से सीखे। आज समारोह
दौरान उन्हें पारम्परिक अनाजों से बने पकवान भी खिलाये।
श्याम लाल बृद्ध ने बताया आज रामपुर खंड कार्यालय सभागार में
सारे वृद्ध एकत्रित हुए है। उन्हें ख़ुशी हुई की वृद्धो को मिल कर अपने
विचार और अनुभव साझा करने का अवसर मिला।
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