रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी
–शिमला ज़िला के रामपुर में अंतरराष्ट्रीय पशु जन्य रोग दिवस का
किया आयोजन। विशेषज्ञ चिकित्सको ने पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े लोग और
अन्य सामाजिक संस्थाओं को किया जागरूक। इस दौरान रेबीज जैसी घातक एवं
लाइलाज बीमारी से बचाव के भी दिए टिप्स।
–शिमला जिला के रामपुर में पशु पालन विभाग और प्रशासन
की और से अंतर्राष्ट्रीय पशु जन्य रोग दिवस का आयोजन किया गया। जिस में
रामपुर व ननखड़ी खंड के पंचायती राज संस्थाओ के प्रतिनिधि , समाज सेवी
संस्था से जुड़े लोग व् कृषि एवं पशु सखियों ने हिस्सा लिया। शिविर में
पशुपाल , आयुर्वेदा एवं स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञों ने पशुजन्य रोगो
की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए
खंड चिकित्सा अधिकारी आर के नेगी , वेटेनरी पॉलिक्लिनिक प्रभारी डॉ सुरेश
कपूर , डॉ अनिल शर्मा , रश्मि ठाकुर व् सुरेश कटोच ने बताया की 60
फीसदी से अधिक बीमारियां पशु जन्य रोग होते है। इस बीमारियों से बचने
के लिए सजगता सुरक्षा जरूरी है। इस दौरान कहा रैबिट एक जानलेवा
बीमारी है और इसका एक बार हो जाने पर कोई इलाज नहीं हो सकता। रेबीज
कुत्ते या जानवर के काटने अथवा लार लगने से फ़ैल सकता है।
–डॉ सुरेश कपूर ने बताया पशु जनित रोगों की रोकथाम बारे
पशुपालन विभाग व रामपुर प्रशासन ने लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया
है। जिसमें रामपुर व् ननखड़ी खंड के पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े
लोगों और विभिन्न संगठनों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया
गया, ताकि लोग जागरूक हो सके। इस कार्यशाला में जानवरों अथवा पशुओं
से जो रोग पनपते हैं उसके बारे में चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि
हमारा मकसद जनप्रतिनिधियों एवं आम लोगों को पशु जनित रोगों के बारे
में जागरूक किया जा सके