रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।
शिमला जिला के रामपुर बुशहर के पिछड़े क्षेत्र किन्नू से संबंध रखने वाले हरीश चंद्र लकटू को वाको इंडिया किक बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने अंतर्राष्ट्रीय रेफरी चयनित किया है । जो 7 से 11 फरवरी तक ताल कटोरा इंडोर स्टेडियम दिल्ली में होने वाले अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सिंग चैंपियनशिप में रेफरी की भूमिका भी निभाएंगे।हाल ही में वाको इंडिया किकबॉक्सिंग फेडरेशन ने रेफरी के लिए देश के 26 लोगों की सूची जारी की है जिसमें एक चेयरमैन , तीन चीप रेफरी एवं 22 रेफरी है। विभिन्न मापदंडों एवं अनुभवों को ध्यान में रखते हुए वाको इंडिया किक बॉक्सिंग फेडरेशन ने रेफरी का चयन किया है । इस सूची में हिमाचल प्रदेश से दो अंतरराष्ट्रीय रेफरी चयनित हुए हैं । दोनों ही शिमला जिले से संबंध रखते हैं। जिनमें हरिश्चंद्र लकटू एवं यशवंत हौटा शामिल है। दुर्गम 6/20 इलाके से संबंध रखने वाले हरिश्चंद्र लकटू वर्ष 1985 से कराटे में अपना दम खम दिखाते आए है। वे कराटे इंस्ट्रक्टर के रूप में भी लम्बे समय तक प्रशिक्षण देते आए है । लगभग 9 वर्षों से वे वाको इंडिया किकबॉक्सिंग फेडरेशन से जुड़े हैं और वर्तमान में वाको इंडिया किक बॉक्सिंग फेडरेशन के शिमला जिला के अध्यक्ष भी है । उन्होंने हाल ही में खेलो इंडिया में भी रेफरी के रूप में भूमिका निभाई है। हरिश्चंद्र लक्टू मार्शल आर्ट में इतने निपुण है कि एक बार वर्ष 1995 में जब वे रामपुर से कोटला इटालियन बच्चों को कराटे सीखने जा रहे थे तो मंगलाड नामक स्थान में उन के स्कूटर पर तेंदुआ झपटा, लेकिन लकटू ने अपने हुनर का सदुपयोग करते हुए किक और पंच पछाड़ा और तेंदुए को किक मार कर सड़क से नीचे फैंका जो सतलुज नदी में जा गिरा। नदी में काफी दूर जा कर तेंदुए की लाश मिली थी जिस की कमर टूटी पाई गई। इस संघर्ष में लकटू काफी चोटिल भी हुए थे। हरीश चंद्र लकटू ने बताया कि कबॉक्सिंग महिलाओ के लिए आज के माहौल को देखते हुए आत्मरक्षा के लिए जरूरी है। वे क्षेत्र में बच्चो को लगातार आत्मरक्षा के गुर सीखा रहे है। इस से जहां शरीर तंदरुस्त रहता है वही किसी भी आत्मरक्षा से जुड़े संकट में सहायता भी मिलती है। उन्होंने बताया की वे ताल कटोरा इंडोर स्टेडियम में 7 से 11 फरवरी तक आयोजित किए जा रहे अंतर्राष्ट्रीय वाको किक बाक्सिंग चैंपियन शिप में रेफरी की भूमिका निभायेंगे।