शिमला जिला के रामपुर उप मंडल मुख्यालय में तैनात खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग में तैनात निरीक्षक के खिलाफ हिमाचल प्रदेश विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो शिमला ने मुकदमा दर्ज कर दिया है। निरीक्षक के खिलाफ कथित आरोप है कि उच्च अधिकारियों को विश्वास में लिए बिना सरकारी कार्यालय में सरकारी कार्यों के लिए अपने स्तर पर कर्मचारी रखना और स्वयं निरीक्षक अपनी पत्नी के नाम से फ्लोर मिल चला रहे थे। पुलिस की सी यू टीम ने आईपीसी की 420 और और सेक्शन 33 के तहत मामला दर्ज किया है। उधर इससे पहले भी उक्त निरीक्षक के खिलाफ फर्जी नाम से विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखित शिकायत की गई है । जिसमें आरोप लगाए गए हैं कि निरीक्षक रामपुर स्थित सरकारी दफ्तर में बहुत कम उपस्थित रहते है और सरकारी कार्यों के निपटान के लिए एक महिला कर्मी रखी थी जिस का वेतन भी सरकारी डिपो होल्डर से मासिक वसूला जाता है। कथित शिकायत में यह भी आरोप लगाए गए है की निरीक्षक ने कई स्मप्तियां बनाई है उन की विभाग ईमानदारी से जांच करे । कथित शिकायत में कहा है की उन की पत्नी के नाम से बॉयल में चल रहे फ्लोर मील से कथित रूप में करीब 600 क्वंटल आटा थोक गोदामों में भेजने की बजाए ओपन मार्किट में बेच लाखो की हेराफेरी हुई है।
हालांकि यह शिकायत किसी फर्जी नाम से की गई थी। जिसके नाम से शिकायत की गई थी उन्होंने इसे फर्जी करार दिया है। जिन तर्को के साथ शिकायते उच्च स्तर पर पहुंचाई जा रही है उस से यह माना जा रहा है की विभाग की बारीकी से जानकारी रखने वाले ही राज बाहर निकाल रहे है। बहरहाल अब देखना यह है कि जांच टीम किस नतीजे पर पहुंचती है और क्या आगे जांच में क्या निकलता है।