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रामपुर की वनरक्षक ने थाईलैंड में झटका सिल्वर मैडल

रामपुर बुशहर  / विशेषर नेगी—-अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता में सिल्वर मेडल लाने पर वन
विभाग रामपुर में कार्य वनरक्षक अंबिका का विभाग के अधिकारियों ने किया
स्वागत । अधिकारियों ने उन्हें सम्मानित करते हुए कहा भविष्य में और
ऊंचाइयां को छूने के लिए विभाग की ओर से की जाएगी पूरी मदद। अम्बिका ने
कहा आने वाले एशियन गेम्ज़ में गोल्ड मैडल को लक्ष्य मान कर हो रही है
तैयारी। अम्बिका के कोच एवं अंतरराष्ट्रीय वालीबाल कोच प्रीतम चौहान ने
बताया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिला विंग  द्वारा वॉलीबॉल में भारत के
इतिहास में पहली बार आया है सिल्वर मेडल । उन्होंने कहा देश के महिला
वालीबाल खिलाड़ी कर रहे है अच्छा प्रदर्शन।

 —थाईलैंड मैं जून के अंतिम सप्ताह में हुए महिला
अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल एवीसी चैलेंजर कप मैं सिल्वर मेडल प्राप्त कर भारत
के इतिहास में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर  वालीबाल में मेडल प्राप्त
करने का गौरव हासिल किया है। इस टीम में मुख्य भूमिका निभाने वाले
खिलाड़ी अंबिका जो वन विभाग रामपुर में वनरक्षक के पद पर कार्यरत है का
रामपुर पहुंचने पर वन  अधिकारियों ने स्वागत किया। अम्बिका को  इस
उपलब्धि के लिए उन्हें सम्मानित करते हुए भविष्य में आगे बढ़ने के लिए
विभाग की ओर से पूरी मदद करने का भी भरोसा दिया। उल्लेखनीय है कि
अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल एवीसी चैलेंज कप 24 से 29 जून तक थाईलैंड में हुआ
था।  अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल कोच एवं अंबिका के कोच  प्रीतम चौहान ने
बताया कि वॉलीबॉल में महिला विंग के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर
प्रदर्शन को देखते हुए आने वाले समय में इस खेल में संभावनाएं काफी बढ़
गई है। उन्होंने बताया कि हिमाचल में वॉलीबॉल के अच्छी महिला खिलाड़ी
निकल रही  है। उन्होंने बताया कि पहली बार हुआ है कि राष्ट्रीय स्तर की
कोचिंग में भी 50 में से  6  लड़कियां  हिमाचल की निकली थी।  जिनमें 3
खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं। उन्होंने बताया अंतराष्ट्रीय स्तर की
महिला खिलाड़ियों में  एक  सराहन में  वनरक्षक के पद पर कार्यरत है  और
अम्बिका भी रामपुर में ही वनरक्षक है। जबकि एक किन्नौर से  संबंध रखने
वाली लड़की का हाल ही में राजस्थान सरकार ने पुलिस विभाग में सब
इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्ति दी है। अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी
अम्बिका  ने बताया कि उनका अभ्यास निरंतर जारी है। अगला लक्ष्य आने वाले
एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल है और वह इसकी तैयारियों में जुट गई है।  वन
मंडल रामपुर के डीएफओ विकल्प  यादव जो स्वयं भी रोजाना 10 से 15 किलोमीटर
की दौड़ लगाते हैं ने बताया कि वह खिलाड़ियों को हर वक्त प्रोत्साहित
करते हैं। उन्हें यथासंभव मदद का प्रयास भी विभाग की ओर से हो रहा है।
उन्होंने वनरक्षक  अम्बिका  को  प्रशस्ति पत्र के साथ  पुरस्कृत  करते
हुए भविष्य में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। अंबिका ने बताया कि वो रामपुर वन मंडल में  फॉरेस्ट गार्ड है।
उन्होंने बताया कि थाईलैंड में हुए एवीसी  चलेन्जर कप में इण्डिया की टीम
ने सिल्वर मैडल हासिल किया। अंबिका ने बताया यहां  इस मुकाम तक पहुंचने
में उन के प्रशिक्षको और वन विभाग का सकारात्म सहयोग रहा।  अभी एशियन गेम
होने हैं  अब उस की तयारी में लगी है।डीएफओ  विकल्प यादव ने बताया कि विभाग के लिए  गर्व की बात है
अंतरराष्ट्रीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता में एक हमारे वनरक्षक ने हिस्सा लिया
और मैडल प्राप्त किया।   भविष्य में हम

पूरा प्रयास करेंगे कि  खिलाड़ी को
 ड्यूटी के साथ-साथ   खेलों  के लिए  भी समय दें और प्रतियोगिताओं में
आगे बढ़े। उन्होंने बताया कि   खिलाड़ी को प्रोत्साहित करने के लिए
प्रमाण पत्र भी दिया और अपने अधिकारियों को भी पत्र लिखेंगे कि किस तरह
से ऐसे खिलाड़ियों की मदद कर  प्रोत्साहित किया जा सकता है।चीफ कोच प्रीतम   चौहान ने बताया कि सीनियर नेशनल जो भुवनेश्वर
में हुई उसमें भी सिलेक्शन कमेटी के वे सदस्य  रहे हैं. भीलवाड़ा में 50
खिलाड़ियों का  नेशनल कोचिंग कैंप के लिए चयन हुआ था।  सबसे बड़ी बात यह
रही कि 50 खिलाड़ियों में से छे   खिलाड़ी हिमाचल  की चयनित की गई जो
हिमाचल  के लिए गर्व की बात है।   उनमें से शॉर्टलिस्ट कर हिमाचल से दो
लड़कियां  चुनी गई और  दोनों वन विभाग में कार्यरत है। लेकिन आखिर फाइनल
टीम में अम्बिका को जगह मिली।  उन्होंने कहा कि उसके बाद   थाईलैंड में
अम्बिका का अच्छा प्रदर्शन  रहा।  भारतीय महिला वॉलीबॉल टीम ने  सिल्वर
मैडल लिया।  वॉलीबॉल हिस्ट्री में पहली बार महिला वालीबाल  का मैडल भारत
के नाम किया।

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