रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।
रामपुर हाइड्रो पॉवर स्टेशन कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन 412 मेगावाट के ठेका मजदूरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 16 वे दिन भी परियोजना परिसरों में सांकेतिक प्रदर्शन किया । जब की 1500 मैगावाट की नाथपा झांकड़ी में बोनस की मांग को ले कर दूसरे दिन भी मजदूरों ने प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि अगर परियोजना प्रबंधन उनकी मांगों पर गौर नहीं करती है तो आने वाले समय में बड़ा आंदोलन होगा और परियोजना को भी ठप किया जा सकता है । जिस की सारी जिम्मेदारी परियोजना प्रबंधकों की होगी। दोपहर भोजन अवकाश के दौरान प्रदर्शन कर रहे रामपुर परियोजना के मजदूरों ने बताया कि 19 जून 2023 को 11 सूत्रीय मांग पत्र पर प्रबंधन से समझौता हुआ था, लेकिन परियोजना प्रबंधक इसे लागू नही कर रहा। इन्ही मांगों को ले कर मजदूरों ने बायल और दत्तनगर आवासीय कालोनी गेट पर विरोध प्रदर्शन 16 दिनों से जारी रखा है ।
प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए सीटू शिमला जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह, यूनियन अध्यक्ष आनन्द मेहता व यूनियन महासचिव नीलदत्त शर्मा ने कहा कि यूनियन के द्वारा एसजेवीएन प्रबंधन को 19 जून 2023 को मांग पत्र दिया गया था , उस में प्रमुख मांगे, परियोजना में काम कर रहे मजदूरों के लिए पदोन्नति नीति, सामूहिक बीमा, काम के आधार पर पद, वर्दी भत्ता,वर्दी धुलाई भत्ता, यात्रा भत्ता में बढ़ोतरी, दत्तनगर कॉलोनी साइट में कैंटीन, रोगी वाहन, शिफ्ट मैं काम कर रहे मजदूरों को शिफ्ट गाड़ी व कुशवा, खरगा व तुनुन, पोषना व अन्य पंचायत से आ रहे मजदूरों के लिए जगात खाना होकर बस चलाने आदि।
उन्होंने कहा इन मांगों पर प्रबंधन और यूनियन के बीच 25 नवंबर 2023 को लिखित समझौता भी हुआ था, जिसमें प्रबंधन द्वारा सभी मांगों को माना गया। परंतु उन सभी मांगों को अभी तक पूर्ण रूप से लागू नहीं किया गया है।
जब बार बार यूनियन की ओर से समझौते को लागू करने के लिए प्रबंधन के समक्ष मुद्दा रखा गया तो प्रबंधन द्वारा इसे नजरअंदाज कर दिया गया।
अब जब मज़दूरों द्वारा समझौते को लागू करने के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है, तो प्रोजेक्ट प्रबंधन द्वारा मजदूरों के साथ अनुचित श्रम व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया की अपने चहेते को खुली छूट दी जा रही है। और जो मजदूर अपनी हकों की आवाज उठाता है तो उन्हें चिन्हित कर प्रताड़ित करने का काम किया जा रहा है।
दूसरी ओर सतलुज जल विद्युत निगम कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन (सम्बंधित सीटू)1500 मेगावाट नाथपा झाकड़ी के मजदूरों ने आज सिविल मेंटिनेंस के मजदूरों को पिछले वर्ष का बोनस न देने, मजदूरों को काम के आधार पर पद न देने व सभी मजदूरों का बीमा न करने के विरोध में झाकड़ी में एसजेवीएनएल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सीटू शिमला जिला के उपाध्यक्ष रणजीत ठाकुर, यूनियन के अध्यक्ष गुरदास, महासचिव काम राज ने कहा कि प्रोजेक्ट में कार्य कर रहे मजदूरों के साथ प्रबंधन द्वारा भेदभाव किया जा रहा है । उन्होंने आरोप लगाया एक प्रोजेक्ट में 2 तरह के नियम लागू किए जा रहे हैं यूनियन के साथ बातचीत में एसजेवीएन प्रबंधन ने माना था कि प्रोजेक्ट में सभी मजदूरों को कोई भी लाभ एक साथ दिए जाएंगे । परन्तु सिविल मेंटिनेंस का कार्य कर रहे मजदूरों को पिछले वर्ष का बोनस अभी तक नहीं दिया गया है जबकि बाकी मजदूरों को पिछले महीने ही बोनस दे दिया है। उधर इस घटनाक्रम बारे 1500 मेगावाट की नाथपा झाकडी पावर प्रोजेक्ट के प्रमुख एवं कार्यकारी निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि परियोजना प्रबंधन मजदूरों की बेहतरी के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा एसजेवीएन के मजदूरों को जो सुविधाएं दी जा रही है उतनी अच्छी सुविधाएं एवं भुगतान हिमाचल में किसी अन्य संस्था एवं परियोजना में नहीं दो जा रही है। उन्होंने कहा परियोजना में मजदूर ठेकेदार के माध्यम से रखे गए हैं फिर भी वह लगातार मजदूरों की बेहतरीन के लिए प्रयास कर रहे हैं। लेकिन मजदूर जिन मांगों के लिए आवाज उठा रहे है वो नाजायज और अनुचित है ।