रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट।
एसजेवीएन के रामपुर जल विद्युत स्टेशन (412 मेगा वाट) द्वारा वाणिज्यिक संचालन तिथि (सीओडी) के 10 सफल वर्ष पूर्ण कर लिए गए हैं। रामपुर एचपीएस ने बीते 10 वर्षों में ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। इस उपलब्धि के साथ रामपुर एचपीएस न केवल ऊर्जा क्षेत्र में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है, बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस अवसर पर परियोजना प्रमुख विकास मारवाह ने बताया कि इन 10 वर्षों के समय में रामपुर हाईड्रो पावर स्टेशन की कई उपलब्ध्यिां रही हैं। रामपुर जल विद्युत स्टेशन ने अभी तक संयुक्त रूप से विगत दस वर्षों में 20840 (मिलियन यूनिट्स) विद्युत का उत्पादन किया है और दस में से आठ सालों में डिजाईन एनर्जी लक्ष्य उत्पादन कर दिखाया है । वर्ष 2019-20 में उच्चमत वार्षिक विद्युत उत्पादन 2098.0314 MU रहा तथा वर्तमान वित्त वर्ष में उच्च्तम तिमाही सकल उत्पादन 955.6156 MU रहा एवं वर्तमान वित्त वर्ष में ही उच्च्तम दैनिक सकल विद्युत उत्पादन 11.0232 MU रहा । विगत दस वर्षों में रामपुर जल विद्युत स्टेशन द्वारा सतत रूप से normative plant availability factor पार किया गया तथा अधिकतम PAF (Plant availability factor) 106.411 % प्राप्त भी किया गया । उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों में सयुंक्त रूप से 8000 करोड़ रूपये का राजस्व रामपुर एचपीएस द्वारा अर्जित किया जा चुका है। यही नहीं विगत 10 वर्षों में एसजेवीएन फाउडेशन के तत्वाधान में 37 करोड़ रूपये रामपुर जल विद्युत स्टेशन इकाई द्वारा निगमित समाजिक दायित्व के अंर्तगत परियोजना प्रभावित क्षेत्र में विभिन्न मूलभूत सुविधाओ के विकास, चिकित्सा, प्रशिक्षण आदि के लिए भी व्यय किए गए हैं।
उक्त उपब्लिध्यिों के लिए विकास मारवाह ने परियोजना में कार्यरत रहे वर्तमान एवं पूर्व परियोजना प्रमुखों ,अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा कांट्रेक्ट स्टाफ का उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया संबोधन में कहा, “यह हमारे लिए गर्व और उपलब्धि का दिन है”। यह सफलता कर्मचारियों की मेहनत, प्रबंधन की दूरदर्षिता और सभी संबंधित पक्षों के सहयोग का परिणाम है उन्होंने कहा कि 10 वर्ष हमारी ऊर्जा उत्पादन में उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रमाण है। रामपुर एचपीएस ने स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करने, कार्बन उत्सर्जन को कम करने और क्षैत्रीय सतत विकास को प्रोत्साहित करने में अपेक्षाओं से अधिक योगदान दिया है। परियोजना प्रमुख ने अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, समस्त प्रबन्धन वर्ग, टीम रामपुर एचपीएस के साथ-साथ भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय, सीईए, हिमाचल प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार, स्थानीय प्रशासन, शिमला/कुल्लू प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े समस्त वर्गों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।