शिमला -चन्द्रकांत पाराशर ।
“किसी भी प्रकार के डिज़ास्टर से बचने के लिए भवनों का निर्माण-कार्य होना चाहिए,पर्वतीय-क्षेत्र में सड़कें भी कम से कम कटिंग वाली बनानी चाहिए”-यह उद्ग़ार व्यक्त करते हुए समारोह के मुख्य अतिथि “बोरमैन ऑफ़ हिमालया” के नाम से मशहूर आर के सूद,इसरो के भूतपूर्व मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी ने सभी प्रकार के निर्माण कार्यों में अत्यधिक सतर्कता बरतने की ज़रूरत पर बल दिया ।
पिछले वर्षों की तरह, भारतीय कंकरीट संस्थान के शिमला केंद्र ने अल्टराटेक सीमेंट टीम के सहयोग से 16 दिसंबर 2023 को शिमला में वर्ष 2023 के लिए कंक्रीट दिवस और निर्माण उत्कृष्टता पुरस्कार का समारोह पूर्वक आयोजन किया । आईसीआई के अनुभवी सदस्यों की एक जूरी द्वारा सर्व सम्मति से चुने गए विभिन्न संगठनों तथा वास्तुकारों और इंजीनियरों को आज सम्मानित कर उनके बुलंद हौसलों को एक पहचान प्रदान की । पुरस्कारों में लाइफ टाइम अचीवमेंट ट्रॉफी, यंग टेक्नोलॉजिस्ट अवार्ड आदि भी शामिल किए गए हैं। इन उपलब्धि-पुरस्कारों का वितरण आज शिमला स्थित ओर्चीड होटल भट्ठाकुफ़र के सभा-कक्ष में किया गया।
1.)सर्वोत्तम बुनियादी ढांचा परियोजना:- एम्स बिलासपुर; 2.)हरित भवन परियोजना:- निर्माण भवन एचपीपीडब्ल्यूडी शिमला; 3.)लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार, इंजीनियरिंग श्रेणी:- इ॰ सुनील ग्रोवर, पूर्व एमडी, एचपी लोड डिस्पैच अथॉरिटी, हिमाचल प्रदेश सरकार।; 4.)लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार, वास्तुकला श्रेणी:-आर. आरपी वैद्य, पूर्व मुख्य वास्तुकार, एचपीएसईबी।; 5.) जूरी पुरस्कार, आपदा के दौरान:- एचपीपीडब्ल्यूडी ; 6.)उत्कृष्ट कंक्रीट टेक्नोलॉजिस्ट :- इ॰ प्रवीण वर्मा, एचपीपीडब्ल्यूडी;
7.) उभरते वास्तुकार :- वा. अजय शर्मा, वरिष्ठ प्रबंधक (आर्किटेक्चर), एसजेवीएन।; 8.)उभरते इंजीनियर:- इ॰ देवा नंद, एचपीपीडब्ल्यूडी; 9.)संस्थागत भवन परियोजना:- खामकर ड्रुक धर्मकारा कॉलेज ऑफ बुद्धिस्ट।; 10.)व्यक्तिगत मकान निर्माता:-
क)3000 वर्ग फुट से कम – पठानिया हाउस जोगिंदरनगर।; ख.)3000 वर्ग फुट से अधिक – पुरी घर ऊना। ; 11.) वाणिज्यिक भवन परिसर:- होटल ले हैल्सियॉन कुमारहट्टी सोलन।
इस अवसर पर शिमला केंद्र के अध्यक्ष वीपीएस जसवाल ने बताया कि भारतीय कंक्रीट संस्थान एक गैर-लाभकारी संगठन है जो कंक्रीट पर ज्ञान का प्रसार करने, कंक्रीट प्रौद्योगिकी और निर्माण को बढ़ावा देने और कंक्रीट की अनुसंधान आवश्यकताओं को संबोधित करने के लिए समर्पित है।
ज्ञातव्य है कि आईसीआई के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए, इसके क्षेत्रीय केंद्र पूरे वर्ष राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार, कार्यशालाएं, सम्मेलन, प्रदर्शनियां आदि जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते हैं। ये आयोजन कंक्रीट उद्योग के सभी हितधारकों के लिए एक अनूठा मंच साबित होते हैं, जहां प्रैक्टिसिंग इंजीनियर, निर्माता, शिक्षाविद, सलाहकार और शोधकर्ता मुद्दों पर चर्चा करने, कंक्रीट से संबंधित मामलों पर अपने विचार और अनुभव साझा करने के लिए अपनी वैश्विक भागीदारी करते हैं। . ~~~~~~~~~~~~