रामपुर बुशहर। न्यूज़ व्यूज पोस्ट—-
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री कौल सिंह नेगी को हिमाचल प्रदेश राज्य कोऑपरेटिव फेडरेशन का अध्यक्ष बनाए जाने पर रामपुर भाजपा में घमासान मचा गया है। भाजपा संगठन के कई ओहदेदार विरोध में खड़े हो गए है और पदों से इस्तीफे की धमकी दी है। जबकि पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े लोग उनके पक्ष में है चाहे वह ननखरी खण्ड का बीडीसी अध्यक्ष हो या कई पंचायतो के प्रधान। उन्होंने कौल सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने पर खुशी जाहिर की है। कॉल नेगी का विरोध करने वालो ने बाकायदा प्रेस व्यान जारी कर सौ से अधिक कार्यकर्ता जिन में पार्टी पदाधिकारी , पूर्व में रहे सभी भाजपा प्रत्याक्षी के नाम अंकित किए है। इस मे भाजपा संगठन के विशेष तौर से रामपुर अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष, युवा मोर्चा अध्यक्ष एवं भाजपा के उपाध्यक्ष व पूर्व में रहे सभी प्रत्याशियों के नाम है । उन्होंने कौल नेगी की ताजपोशी का विरोध जताते हुए इस्तीफे की धमकी दी है। उनका तर्क है कि कौल सिंह नेगी मूल रूप से किन्नौर जिले के हैं और रामपुर कोटे से उन्हें अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि दूसरी ओर कौल नेगी के समर्थन में बीडीसी चेयरमैन ननखरी से ले कर बीडीसी सदस्य व पंचायत प्रधानों ने व्यान जारी कर कौल नेगी को अध्यक्ष बनाए जाने पर खुशी जाहिर की है और कहा है कि इससे रामपुर में विकास को गति मिलेगी। कौल नेगी सबको साथ लेकर चलने की क्षमता रखते हैं। इस से पार्टी को भी मजबूती मिलेगी । मसलन कौल नेगी को कॉपरेटिव फेडरेशन का अध्यक्ष बनाए जाने पर रामपुर के पूर्व में रहे भाजपा प्रत्याशियों की मुश्किलें बढ़ गई है। इसी कारण संगठन में एक माहौल भी बनाया जा सकता है ताकि ऊपर सन्देश नकारात्मक जाए। वैसे भी भाजपा संगठन रामपुर में निष्क्रिय होने के आरोप लगते रहे है। लोग तर्क दे रहे थेकि ,चुनावों में भाजपा का वोट बैंक बढ़ने की बजाय घटता ही जा रहा था। ऐसे में कौल नेगी के आने से जहां युवा वर्ग में उत्साह है वही कई कांग्रेस विचारधारा के लोग भी उनके साथ खड़े हो रहे हैं । उधर कौल के समर्थकों का कहना है कि कॉल नेगी का रामपुर में घर है और वह कई वर्षों से स्थाई रूप से रामपुर में ही रहे हैं। उन्होंने एबीवीपी के प्रांत संगठन मंत्री के रूप में लंबे समय तक काम किया और छात्र संगठन को मजबूत करने में अहम योगदान रहा है। पूर्णकालिक कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए दिन-रात एक किया है और उम्मीद है कि अब रामपुर में रामपुर जो कांग्रेस का गढ़ है। और हमेशा भाजपा को आपसी मतभेदों के कारण विधानसभा में हार का मुंह देखना पड़ता रहा है , ऐसे में कौल जैसे युवा एवं ऊर्जावान नेता रामपुर में भाजपा की मजबूत दीवार खड़ी करने में सक्षम हो सकते हैं। लेकिन रामपुर भाजपा संगठन का एक कुनबा किसी भी सूरत में कौल नेगी की पकड़ मजबूत हो हजम नही होगा। क्योंकि इससे संगठन कहीं ना कहीं बोना बन जाता है। दूसरा कौल नेगी को भाजपा संगठन के नेता अपने मनमाफिक चला नही पाएंगे। नेगी भाजपा संगठन के पुराने ढर्रे एवं गुटबाजी को दूर रहकर नए सिरे से भाजपा में जान फूंकने की मुहिम भी शुरू चुके है । भाजपा संगठन के लोग यह भी जानते हैं कि कौल नेगी को वह अपने इशारे पर नहीं चला सकते । इसलिए उन्हें ऐसा मोहरा चाहिए जो ऊँन के इशारों को समझे।