किलाड़ (चंबा)। न्यूज व्यूज पोस्ट।
चंबा जिले की पांगी घाटी के घने धनाला जंगल में एक रहस्यमयी घटना ने हड़कंप मचा दिया है। ठेकेदार के साथ कार्य कर रहे सात मजदूरों ने एक अज्ञात जंगली साग का सेवन किया, जिसके बाद चार मजदूरों की तबीयत अचानक बिगड़ गई और वे बेहोशी की हालत में पहुंच गए। गंभीर हालत में उन्हें देर रात सिविल अस्पताल किलाड़ लाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। वहीं, इस साग का सेवन करने वाले तीन अन्य मजदूरों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है।
जहरीली सब्जी ने बिगाड़ी हालत, लापता हुए मजदूर
घायल मजदूरों की पहचान राजकुमार (30) पुत्र नेसू, निवासी भांदल किहार, देस राज पुत्र जय सिंह निवासी मुधेल चड़ी, जगदीश पुत्र तेज राम निवासी थुनेल और प्रीतम सिंह पुत्र जय सिंह निवासी सुधेल तहसील धरवाला के रूप में हुई है। चारों की हालत बिगड़ने के बाद साथी मजदूरों ने किसी तरह उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
वहीं तीन मजदूर — नरेश राम पुत्र धर्म सिंह निवासी सुधेल, जर्म सिंह पुत्र दयाराम निवासी भाडका, और ज्ञान सिंह पुत्र दया राम निवासी जांगी — अज्ञात साग का सेवन करने के बाद जंगल की ओर भाग गए और लापता हो गए।
पागलपन जैसी हरकतें करने लगे मजदूर
सूत्रों के अनुसार, साग खाने के तुरंत बाद मजदूर असामान्य व्यवहार करने लगे। कुछ ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया तो कुछ पागलपन जैसी हरकतें करने लगे। इसी बीच तीन मजदूर जंगल में गुम हो गए। ठेकेदार द्वारा पुलिस चौकी पुर्थी में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई गई है।
पुलिस ने शुरू किया सघन सर्च ऑपरेशन
थाना पांगी के एसएचओ जोगिंदर जरियाल ने पुष्टि करते हुए बताया कि तीन मजदूरों की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया गया है और पुलिस टीम जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रही है। धनाला के आसपास के इलाके में लगातार गश्त की जा रही है लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।
स्वास्थ्य विभाग ने जारी की चेतावनी
इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग ने स्थानीय लोगों को आगाह किया है कि वे पहाड़ी क्षेत्रों में उगने वाली अज्ञात जंगली सब्जियों का सेवन न करें, क्योंकि कई वनस्पतियां जहरीली हो सकती हैं।