रामपुर बुशहर। न्यूज व्यूज पोस्ट/
रामपुर के साथ लगते निरमंड उप मंडल की ग्राम पंचायत ब्रो मेंअनियमत्ताओं को लेकर पंचायत समिति सदस्य व पंचायत के उप प्रधान एवं पंचायत सदस्यों ने प्रधान के खिलाफ मोर्चा को दिया है । पंचायत उप प्रधान कर्ण, पंचायत समिति सदस्य अमला कश्यप व पंचायत सदस्य बिना ने रामपुर में पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया कि पंचायत प्रधान द्वारा पंचायत क्षेत्र के विकास कार्यों को ग्राम सभा की मंजूरी ना लेकर अपने इच्छा अनुसार करवा रहे हैं । जिससे ग्रामीण एवं सार्वजनिक हित से जुड़े विकास कार्य कम व स्वार्थ पूर्ण कार्य ज्यादा हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ब्रो पंचायत घर और ब्रो के मोक्ष धाम में लाखों रुपए लगातार खर्च हो रहे हैं। लेकिन अन्य विकास कार्य नहीं किए जा रहे। उन्होंने बताया कि ब्रो बाईपास में ₹2 लाख खर्च कर सड़क निर्माण दर्शाई है, लेकिन मौके पर काम नहीं हुआ है। इसी तरह ब्रो नाले में पार्किंग स्थल बनाया जा रहा था जो अब बह गया है । उन्होंने बताया कि कई ऐसे काम पंचायत प्रधान ने कथित रूप में करवाए हैं, जो रिकॉर्ड में दर्ज है लेकिन मौके पर काम नहीं हुए हैं। उन्होंने उच्च स्तरीय जांच कर धांधलियों को रोकने की मांग की है। उक्त जनप्रतिनिधियों ने बताया कि ब्रो पंचायत घर की पांचवी मंजिल बनाई जा रही है इसके अलावा कार्यालय की पेनलिंग आदि में लोकल एरिया ड्ल्पमेंट का पैसा डायवर्ट कर करीब 12 लाख रुपए खर्च कर दिए है। जब की दस लाख रुपए और खर्च कर पांचवी मंजिल बनाई जानी है। जनता ने उन्हें चुनकर विकास कार्यों को करने के लिए भेजा है ना की पंचायत भवन को सजाने के लिए। इसी तरह ब्रो के मोक्ष धाम पर करीब 13 लाख खर्च हो चुके है इस में भी लाडा का पैसा खर्च किया जा चूका है। अभी भी मोक्षधाम अधूरा है। लाखो रुपए पौधारोपण के भी दर्शाए है। लेकिन मौके पर पौधारोपण नही हुआ है। उन्होंने बताया कि पंचायत के अन्य पांच वार्डो में भी मोक्ष धाम है लेकिन वहां कोई पैसा नहीं खर्च किया गया। केवल ब्रो के मोक्ष धाम को ही पैसे लुटाए जा रहे हैं । उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ब्रो वार्ड में मनरेगा के कार्य हो रहे हैं उनमें स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जाता है बाहरी लोगों से काम कराया जा रहा है। जबकि कई वार्ड में लोग काम के लिए दर-दर भटक रहे हैं। लेकिन मनरेगा में उन्हें काम नहीं मिल रहा है। मनरेगा में ऐसे भी मामले सामने आए हैं कि मजदूरों को श्रम न्यायालय में मेहनताना के लिए दस्तक देनी पड़ी।
बीडीसी सदस्य अमला कश्यप, ब्रो पंचायत उप प्रधान कर्ण और वार्ड पंच वीना ने बताया कि मोक्ष धाम सोने के अंडे देने की वाली मुर्गी साबित हो रही है। आरोप लगाया है की पंचायत प्रधान ग्राम सभा में विकासात्मक कार्यों के लिए कोई चर्चा नहीं करते और वे अपनी मर्जी से सेल्फ डालकर मनमर्जी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार उच्च स्तरीय जांच करें ताकि गांव के विकास का जो धन है वह वास्तविक जगह पर लगे । उन्होंने प्रधान पर लगाम कसने की भी मांग की है। उन्होंने यदि आरोप लगाया कि पंचायत प्रधान का व्यवहार उनके प्रति सही नहीं रहता उन्हें पंचायत में बोलने का मौका भी नहीं दिया जाता । वह जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रहे हैं। उधर इस घटनाक्रम बारे ब्रो पंचायत प्रधान शशि कटोच ने बताया कि सभी कार्य नियमों के तहत और ग्राम सभा की स्वीकृति से किया जा रहे हैं । उन्होंने बताया पंचायत घर इसलिए बनाया जा रहा है ताकि एक छत के नीचे सभी सुविधा एवं सेवाएं जनता को उपलब्ध हो । उन्होंने मोक्ष धाम बारे बताया कि सारा काम मनरेगा के माध्यम से हुआ है । रिकार्ड के अनुसार हुआ है। शशि कटोच ने बताया कि जिस सड़क की वो बात कर रहे हैं उसमें नालियां व अन्य कार्य हो चुके हैं। शशि कटोच ने बताया कि उक्त मुद्दों को लेकर शिकायत कर्ता कुछ माह पूर्ण शिकायत जिलाधीश से कर चुके है । उसके बाद उप मंडल अधिकारी को जांच के आदेश हुए हैं। सच्चाई जांच में अपने आप सामने आएगी । उन्होंने सभी आरोपों को निराधार बताया है।