रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी —
-हिमाचल के दूर दराज क्षेत्रों में बरसात की विदाई के बाद भी
प्राकृतिक आपदाओं का क्रम जारी रहने पर सुरक्षा के लिए लोग पहुंचने
लगे देवताओ की शरण में। शिमला जिला के रामपुर उप मंडल के दुर्गम कूट
पंचायत के सुरु गांव के लोगों ने देवता के दरबार पहुँच आपदा को रोकने
की की अपील। देवता के निर्देश पर स्थानीय देवता को निकाला गया मंदिर से
बाहर। देवता को भी भूक्षरण स्थल ले जा कर की गई पूजा। देवता ने आपदा को
रोकने का दिया भरोसा। स्थानीय प्रशासन के लोग भी रहे मौजूद।
-बरसात की विदाई के बाद भी शिमला जिला के रामपुर उप मंडल के
दुर्गम कूट पंचायत के सुरु गांव में जमीन से भारी मात्रा में पानी का
रिसाव हो रहा है। जिस से एक दर्जन से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए। खेत
खलियान भू क्षरण की चपेट में आ गए है । गाँव को भी खतरा बना हुआ है। ऐसे
में ग्रामीण स्थानीय देवता के शरण में गए। लोगों ने इस विपदा को देखते
हुए स्थानीय देवता टेरस नारायण से सुरक्षा की मनते मांगी। देवता ने
ग्रामीणों को पूजा पाठ करने के निर्देश दिए और उस के बाद स्वयं देवता
को भी विधि विधान से मंदिर से बाहर निकाल कर भू क्षरण स्थल ले जाया
गया और पूजा पाठ किया गया। देवता ने लोगों को आश्वासन दिया है कि वह इस
विपदा को रोकेंगे। उल्लेखनीय है की हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रो के
लोग दैवीय आस्था से जुड़े है। किसी भी विपदा में लोग देवता की शरण में
जाते है और विपदा को रोकने की अपील करते है।
तहसीलदार रामपुर जयचंद ने बताया वह नुक़्सानियो को देखने के
सिलसिले में प्रशासन की ओर से सुरु पहुंचे थे। तो सुरु में लोगों ने
अपने इष्ट देवता से भी इस आपदा को रोकने की मन्नत की है। स्थानीय लोगों
में देवता देवी देवताओं के प्रति आस्था है। लोगो ने देवता के निर्देश
पर आपदा को रोकने के लिए पूजा पाठ की।-मंदिर कारदार विजय सिंह माटेट ने बताया कि गांव में प्राकृतिक
आपदा आई है, मौसम साफ होने के 10 दिन बाद भी गाँव के नीचे से
पानी निकल रहा है। ऐसे में सारे ग्रामीण देवता टेरस नारायण के चरणों
में आए हैं। और उनसे गुजारिश कर रहे हैं कि इस आपदा को अपने दिव्य
शक्तियों से रोके। स्थानीय ग्रामीण देवी देवताओं पर रखते हैं और उनके
आदेश अनुसार हम आगे कदम उठा रहे हैं।
कूट पंचायत प्रधान रतन डोगरा ने बताया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र
का स्थानीय प्रशासन की उपस्थिति में दौरा किया। ग्रामीण स्थानीय
देवनारायण के मंदिर में जाकर उनसे आराधना कर रहे है। लोग विपदा से निजात
दिलाने और सुख समृद्धि बनाए रखने की मनते मांग रहे है।
-देवता टेरस नारायण सुरु के मोटमिन मोहर सिंह ने बताया कि
देवता को पूजा के लिए बाहर निकाला। जब लोग विपदा से बचाव के लिए देवता
के पास गए तो उन्होंने कहा की पूजा पाठ किया जाए। इस पर लोग देवता को
ले कर भू क्षरण स्थल गए और वहां पूजा की।
-लीला देवी ने बताया कि हमारा गांव स्लाइड हो रहा है इसलिए हम
मंदिर में एकत्रित हुए हैं। देवता से सुरक्षा की कामना कर रहे है