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दुग्ध उत्पादकों ने दत्तनगर मिल्क प्लांट के बाहर किया प्रदर्शन

रामपुर बुशहर –विशेषर नेगी —-

-हिमाचल किसान सभा के बैनर तले रामपुर के दत्तनगर मिल्क प्लांट के
बाहर 4 जिलों के 7 ब्लॉकों से आए दुग्ध उत्पादकों ने किया धरना
प्रदर्शन। दुग्ध उत्पादकों की मांग दूध के दाम कम से कम किया जाए 40
रूपये। वेटनरी डिस्पेंसरीज में स्टाफ की कमी को किया जाए दूर। दूध का
भुगतान मिल्कफेड करे समय पर। प्रशासन की मध्यस्तता बाद प्रदर्शनकारी हटे
मिल्क प्लांट के परिसर से। हिमाचल प्रदेश किसान सभा के बैनर तले शिमला ,किन्नौर, कुल्लू
और मंडी जिला के सात खंडों के दुग्ध उत्पादकों ने आज रामपुर के समीप
दत्तनगर में दुग्ध संयंत्र के बाहर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों
का कहना था कि उन्हें दूध के दाम उत्पादन लागत से बहुत कम मिल रहे हैं।
गाय पालने में जो उन्हें कठिनाइयां व खर्चा आता है उसको देखते हुए दूध के
दाम 17 रूपये से 25 रूपये तक दूध की गुणवत्ता के हिसाब से दिए जा रहे है।
जबकि बोतलबंद पानी की बोतल भी दूध से महंगा बिकता है। उन्होंने
बताया दत्तनगर मिल्क प्लांट के माध्यम से 250 अधिक सोसाइटयो के द्वारा
हजारो दुग्ध उत्पादक रोजी चला रहे है। जिस का मासिक भुगतान तीन से पांच
करोड़ होता है वो धनराशि समय पर दुग्ध उत्पादकों तक नहीं पहुँच रही है।
इसी तरह वेटेनरी हॉस्पिटल व् डिस्पेंसरीज में स्टाफ की कमी से समय पर गाय
का गर्भाधान नहीं होता कईबार कृत्रिम गर्भाधान के ठीके लगाने के बाद भी
गाय का गर्भ नहीं ठहरता और गाय नकारा हो जाती है और लोग मज़बूरी में इन्हे
सड़को में छोड़ देते है। इसी तरह दुग्ध उत्पादकों का बीमा करने , गाय को
दिया जाने वाला फीड अच्छी गुणवत्ता का सस्ते मूल्य की दुकानों से वितरण
की मांग उठाई। दुग्ध उत्पादक सुषमा ठाकुर ने बताया आज के धरना प्रदर्शन में
जो महिलाएं आई है ,वे दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे है। क्योंकि
उन्हें दूध के दाम 17 से 22 रूपये तक दिया जा रहा है। जिस हिसाब से वह
मेहनत करते हैं उस हिसाब से उन्हें रेट नहीं मिल पा रहा है। जबकि बोतलबंद
पानी का रेट दूध से ज्यादा है।दुग्ध उत्पादक किरण ने बताया आज दत्तनगर में दूध के दाम बढ़ाने
की मांग को लेकर आए है। उन्हें दूध के दाम सही नहीं मिलते और कई बार
दूध उनका वापस किया जाता है। जिससे वह काफी परेशान हो जाते हैं ,इसलिए
वे दूध के दाम बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

दुग्ध उत्पादक कृष्णा ने बताया कि वह मंडी जिले के करसोग से आई
है और करसोग खंड से धरना प्रदर्शन के लिए यह काफी लोग पहुंचे हैं। वे
चाहते हैं कि दूध के दाम कम से कम ₹40 रूपये मिले। मिल्कफेड द्वारा
वर्तमान में जो दूध के दाम दिए जा रहे हैं वह बहुत कम है। इस से खर्चा
चलाना भी मुश्किल हो रहा है।करसोग से जिला परिषद सदस्य किशोरी ने बताया आज के प्रदर्शन में
करसोग से सैकड़ों लोग आए है। उनकी मुख्य मांग है जो दूध की लागत आ
रही है वह मिल्कफेड के रिसर्चरों के अनुसार से 27 रूपये आ रहा है।
लेकिन जो रेट दिए जा रहे हैं वह 20 से ₹22 रुपये। करसोग में मिल्क
चिलिंग प्लांट की कैपेसिटी भी कम है जिसे बढ़ाया जाए।

किसान सभा के राज्य अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर व उपाध्यक्ष देवकी नन्द ने बताया आज दत्तनगर
में हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों के 7 ब्लॉकों से दुग्ध उत्पादक यहां आये
है जिनमें 90% महिलाएं शामिल है। उन्होंने 11 सूत्रीय मांग को लेकर के
मिल्क प्लांट दत्तनगर में धरना प्रदर्शन किया। प्रशासन की ओर से एसडीएम
भी मौके पर आए और लिखित रूप में इसमें कुछ समझौते भी हुए हैं। एसडीएम रामपुर सुरेंद्र मोहन ने बताया आसपास के इलाकों के जो
दुग्ध उत्पादक यहाँ आये है। उनकी जो जायज मांग है उन पर चर्चा हुई।
सरकार भी अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रही है की समस्याओं को सुलझाएं।
जो समस्याएं मिल्कफेड के माध्यम से सुलझाने की है उन्हें सुलझाने के लिए
चर्चा चल रही है ताकि तुरंत कार्रवाई अमल में लाकर उनकी समस्या दूर हो
सके।

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