रामपुर बुशहर / विशेषर नेगी —
-हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के लोगों की तोशिम समारोह
आयोजन की परंपरा आज के बिखरते समाज के लिए आपसी सद्भावना का प्रतीक है।
जनजातीय जिला किन्नौर के लोग देश के किसी भी कोने में हो आपसी
सामंजस्य,सौहार्द व सहयोग के लिए सर्दियों में पारम्परिक अंदाज में करते
है तोशिम समारोह का आयोजन । ताकि अपने समुदाय के लोगो से सम्बन्ध मधुर
बनाने के साथ साथ ज़िले से सम्बंधित बाहर पल बढ़ रहे युवा अपनी संस्कृति
व परम्परा को खो न दे । ऐसा ही तोशिम यानी मधुर मिलन समारोह शिमला जिले
के ज्यूरी में किया आयोजित। समारोह के क्षेत्र में रह रहे किन्नौर के
लोगो ने किया पारम्परिक वेशभूषा में नाच गाना। इस दौरान बतौर मुख्य
अतिथि थे भारत सरकार में पूर्व में रहे संयुक्त सचिव हरबंस लाल नेगी।-हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के लोगों द्वारा तोशिम
आयोजन की परंपरा आज के बिखरते समाज व्के टूटते रिश्तो के लिए
प्रेरणादायी हो सकता है। जिला किन्नौर के लोग देश के किसी भी कोने में
हो तोशिम समारोह का आयोजन सर्दियों में अवश्य करते है। ताकि जिस शहर या
क्षेत्र में ज़िले के लोग रह रहे है एक दूसरे को जान सके ,
सामंजस्य,सौहार्द व सहयोग बना रहे , इस के साथ साथ तोशिम यानी मधुर मिलना
या गेटटुगेदर समारोह आयोजन का एक मकसद ज़िले से बाहर पल बढ़ रहे युवाओ को
अपनी संस्कृति वेशभूषा और खान पान से अवगत कराना भी होता है। ताकि वो
अपनी परम्परा को खो न दे। ऐसा ही कार्यक्रम शिमला जिले के ज्यूरी में
किन्नौर कल्याण समिति ज्यूरी द्वारा आयोजित किया गया। कोविड-19 के
कारण दो वर्षों तक बंदिशों के चलते इस बार हल्की छूट मिलते ही लोगों ने
तोशिम समारोह आयोजन कर खूब नाचगान और मनोरंजन किया। सी दौरान मुख्य
अतिथि हरबंस लाल नेगी ने किन्नौर कल्याण समिति द्वारा किये जा रहे
प्रयासों की सराहना की। किन्नौर कल्याण समिति ज्यूरी के प्रधान पीएस
खोजान ने बताया तोशिम के आयोजन का मकसद अपने क्षेत्र के लोगो को एक मंच
पर ला कर परिचय के साथ विभिन्न सकारत्मक विषयो पर चर्चा करना था।
तोशिम समारोह का आयोजन दो वर्षो में कोविड के कारण नहीं हो
सका। इस बार किन्नौर कल्याण समिति ज्यूरी ने इस का आयोजन किया। इस का
मकसद किन्नौर से संबंधित क्षेत्र में रह रहे लोगो में आपसी सामजस्य बनाएं
और बाहर रह रहे युवाओ को अपनी संस्कृति से अवगत कराना था।
पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड
लिमिटेड पीसी नेगी ने बताया कि तोशिम प्रोग्राम के आयोजन का मकसद आपसी
भाईचारे को बढ़ावा देना है। सर्दियों के मौसम में जब समय सभी के पास
होता है तो इसका आयोजन किया जाता है और यह एक हमारी संस्कृति का अंग है।
सुनीता पाँगटू ने बताया कि किन्नौर के जो भी लोग बाहर रहते
हैं, जिस शहर में रहते हैं। आपसी जानकारी और संवाद तब तक सही नहीं हो
पाता जबतक तोशिम के बहाने एकत्रित न हो। तोशिम समारोह में एक दूसरे से
जानने का भी मौका मिलता है और किसी के दुख सुख या समस्या को भी कैसे
निदान किया जाए एक मंच पर चर्चा होती है और यह हमारी परंपरा है।

