रिकांगपिओ 05 जनवरी। न्यूज़ व्यूज पोस्ट
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने आज बर्फबारी व कड़ाके की सर्दी के बीच क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ से एक सचल चिकित्सा वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उपायुक्त ने कहा कि यह सचल चिकित्सा वाहन अनेक चिकित्सा सुविधाओं से लैस है तथा जिले के लोगों विशेषकर दूर-दराज क्षेत्र में रहने वाले लोगों को उनके घर द्वार के निकट विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने में वरदान साबित होगी।
आबिद हुसैन ने कहा कि इस सचल चिकित्सा वाहन में जहां रोगीयो को उनके घर द्वार के निकट विशेषज्ञ चिकित्सा जांच व विभिन्न टैस्ट करवाने की सुविधा होगी वहीं मरीजों को दवाईयां भी उपलब्ध होंगी। उन्होनें कहा कि वाहन में आपदा के समय उपयोग होने वाले सभी औजार भी उपलब्ध करवाए गए है। वाहन के अन्दर एक प्रयोगशाला स्थापित की गई है जहां विभिन्न प्रकार की चिकित्सीय टैस्ट उपलब्ध होंगे उन्होनें कहा कि यह वाहन जिले के ऐसे दूर-दराज क्षेत्रों जहां पर चिकित्सा संस्थान व चिकित्सक नहीं है को उनके घर द्वार के निकट चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाएगा। इस सकल चिकित्सा वाहन में लोगों को विभिन्न रोगों से बचाव के लिए जागरूक करने के लिए टेलिविजन भी स्थापित किया गया है जिसके माध्यम से लोगों को टेलिविजन स्क्रीन पर विभिन्न रोगों से सम्बन्धित जानकारी प्रदान की जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि यह सचल वाहन सी0एस0आर0 के तहत कोलगेट एंड पॉमोलिव लिमिटेड नालागढ द्वारा प्रदान किया गया है। उन्होनें सचल चिकित्सा वाहन उपलब्ध करवाने के लिए कोलगेट एडं पॉमोलिव लिमिटेड का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि जिला वासी विशेषकर जिले के दूर-दारज क्षेत्र के लोग इस से लाभान्वित होगें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सोनम नेगी ने उपायुक्त किन्नौर का सी0एस0आर0 के तहत क्षेत्रीय अस्पताल रिकांग पिओ को सचल चिकित्सा वाहन उपलब्ध करवाने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होनें कहा कि शीघ्र ही इस सचल चिकित्सा वाहन के माध्यम से दूर-दराज क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवानी आरम्भ कर दी जाएगी तथा इससे दूर-दराज क्षेत्र के लोगों को विभिन्न रोगी चिकित्सीय टैस्ट करवाने व चिकित्सा जांच के लिए जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में भी नहीं आना पडेगा। जिससे जहां लोगों को उनके घर द्वार के निकट विशेषज्ञ चिकित्सा उपलब्ध होगी वहीं उनके समय की भी बचत होगी।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक अशोक रत्न, वन मण्डलाधिकारी रजनोल्ड रायॅस्टन, डॉ सुरेन्द्र नेगी, डॉ तैहसीन, डॉ सुधीर सिंह, डॉ स्वाति व अन्य उपस्थित थे।