वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान एक बार फिर कठोर फैसला लेते हुए 12 देशों पर सीधी यात्रा पाबंदी लागू कर दी थी। ट्रंप प्रशासन ने इस फैसले के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला दिया था।
ट्रैवल बैन की जद में आए देशों में शामिल हैं:
अफगानिस्तान, चाड, इक्वेटोरियल गिनी, कांगो गणराज्य, इरिट्रिया, हैती, ईरान, सोमालिया, लीबिया, सूडान, यमन और म्यांमार (बर्मा)।
इसके अलावा सात अन्य देशों पर भी कड़ी यात्रा शर्तें लागू की गई थीं, जिनमें वीजा प्रक्रियाओं को जटिल और समयसाध्य बना दिया गया था।
ट्रंप प्रशासन का दावा था कि ये कदम आतंकवाद और अवैध आप्रवासन पर लगाम लगाने के लिए जरूरी हैं, लेकिन आलोचकों ने इसे धार्मिक और नस्लीय भेदभाव वाला फैसला करार दिया।
यह आदेश न सिर्फ अमेरिका में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निंदा और कानूनी चुनौतियों का कारण बना। हालांकि ट्रंप समर्थकों का मानना है कि इससे अमेरिका की सीमाएं ज्यादा सुरक्षित बनीं।