भाबा नगर। रमन शर्मा—
हिमाचल प्रदेश के 1500 मैगावट की नाथपा झाकड़ी के बांध स्थल पर शुक्रवार शाम 6 बजे गंगा आरती की तर्ज पर सतलुज अराधना की गई। किन्नौर में सतलुज को जांग ती यानी सोने की नदी से जाना जाता है, इस के महत्व को समझते हुए एसजेवीएन ने सतलुज आराधना शुरू की है। आज एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित रहे। एसजेवीएनएल अपने स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यह अराधना करती है। नाथपा झाकड़ी परियोजना प्रमुख रवि चंद्र नेगी ने बताया कि आराधना बनारस और हरिद्वार से आए आचार्यों द्वारा की जाती है। हर साल स्थापना दिवस पर आराधना की जाती है, लेकिन कोरोना काल के कारण 2 साल नहीं हो पाई। इस साल अराधना
की जा रही है, जो वेद मंत्रों के उच्चारण से पारंपरिक विधि विधान से की गई। इससे पहले सीएमडी नन्द लाल का पारम्परिक वाद्य यंत्रों व नृत्य के द्वारा स्वागत किया गया। साथ ही स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा अपनी समस्याओं से अवगत करवाया। सबसे पहले बांध स्थल पर पूजा की गई तत्पश्चात आराधना को शुरू किया गया। इसके अतिरिक्त भावानगर के समीप टेम्परेरी कॉलोनी में नवनिर्मित स्कूल भवन का भी उद्घाटन भी सीएमडी नन्द लाल द्वारा किया गया। इस आराधना में निदेशक कार्मिक गीता कपूर, क्षेत्र में एसजेवीएनएल की सभी परियोजनाओं नाथपा झाकड़ी परियोजना प्रमुख रविन्द्र नेगी, महाप्रबंधक पीसी नेगी, रामपुर परियोजना प्रमुख मनोज कुमार, लुहरी परियोजना प्रमुख आरएल नेगी, जंगी ठोपन परियोजना प्रमुख विकास महाजन, विभिन्न पंचायतो के जनप्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय लोग भी उपस्थित रहे। इस दौरान सतलुज नदी का पूजन करके प्रदेश की भलाई और विकास के लिए भगवान से प्रार्थना की गई।