रिकांगपिओ 25 अप्रैल । न्यूज़ व्यूज पोस्ट–
उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने आज जिले में सूखे की स्थिति को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए विभिन्न विभागों को निर्देश दिए कि यदि निकट भविष्य में जिले में सूखे की स्थिति बनती है तो इस स्थिति से निपटने के लिए कारगार योजनाएं तैयार करें ताकि जिले में सूखे के प्रभाव को कम किया जा सके।
उन्होंने जल शक्ति विभाग को सूखे की संभावनाओं को देखते हुए योजना तैयार करने साथ ही जो हैंड पम्प बंद पड़े हैं उन्हें पुनः सुचारू बनाने के लिए पग उठाने तथा जिले के विभिन्न स्थानों पर नए हैंड पम्प लगाने की संभावनाएं तलाश करने के भी निर्देश दिए। विभाग के अधिशाषी अभियन्ता ने बताया कि यदि जिले में सूखे की स्थिति बनती है तो पेयजल व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए विभिन्न पेयजल योजनाओं को दूसरी योजनाओं से भी जोड़ा जाएगा ताकि सभी को पेयजल उपलब्ध हो सके। उन्होंने विभाग के सभी पेयजल टैंकों की सफाई सुनिश्चित बनाने तथा क्लोरिनेशन सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए ताकि जल जनित रोगों से बचा जा सके। उन्होंने जिला वासियों से अपने निजी पेयजल टैंको की समय-समय पर सफाई सुनिश्चित बनाने का आग्रह किया।
बैठक में जल शक्ति विभाग को ऐसे स्थानों जहां पर अग्निशमन के वाहन नहीं पहुंच पाते हैं पर पानी के भण्डारन टैंक के निर्माण की संभावनाएं तलाशने तथा रिकांग पिओ, सांगला व भावानगर में फाईर हाईडैंट स्थापित करने के भी निर्देश दिए।
उपायुक्त ने वन विभाग को सूखे के कारण जंगलों में लगने वाली आग पर कड़ी नजर रखने के भी निर्देश दिए तथा इस कार्य के लिए फाइर वाचर की तैनाती करने को भी कहा। उन्होंने जंगलों में लगी आग से निपटने के लिए प्रभावी कदम उठाने के भी निर्देश दिए।
आबिद हुसैन सादिक ने कृषि तथा बागवानी विभाग को सूखे से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के निर्देश दिए तथा बागवानों व किसानों को सिंचाई सुविधा सुनिश्चित बनाने के लिए कारगर पग उठाने के निर्देश दिए तथा किसानों-बागवानों को प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न सिंचाई योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करने को भी कहा।
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को जल जनित रोगों में उपयोग होने वाली दवाओं का भण्डारन सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए तथा जिंक व ओ.आर.एस आशा कार्यकर्ताओं तक उपलब्ध करवाने को भी कहा।
बैठक में बताया गया कि जिले में पशुओं के लिए चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। यदि निकट भविष्य में और चारे की जरूरत पड़ती है तो उपलब्ध करवाने के लिए पशुपालन विभाग द्वारा योजना तैयार कर ली गई है।
बैठक में उपमण्डलाधिकारी कल्पा स्वाति डोगरा सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
