किन्नौर। न्यूज व्यूज पोस्ट।
किन्नौर जिला के तरंडा गांव के शाहिद हवलदार रोहित नेगी का पार्थिव शरीर आज नौ माह बाद अपने गांव पहुंचा। बीते वर्ष अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में डोगरा रेजीमेंट के तहत कश्मीर सीमा में सेवाएं देते हुए एक अभियान के दौरान वे कुछ साथियों सहित हिमखंड में दब गए थे l कारगिल क्षेत्र में बर्फानी तूफान की चपेट में आने के बाद एक साथी का शव बरामद किया गया था बाकी बर्फ में दफन हो गए थे। पूरे नौ माह बाद रोहित नेगी 26 वर्ष पुत्र अमर सिंह का पार्थिव शरीर पांच रोज पहले भारतीय सेना ने खोज लिया था। भारतीय सेना के द्वारा उनके पार्थिव शरीर कारगिल से लेह लाया गया। उस के बाद वहां से चंडीगढ़ और चंडीगढ़ से वाहन मार्ग द्वारा उन के पैतृक गांव तराण्डा । उनको अंतिम विदाई देने के लिए भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए और रोहित नेगी अमर रहे के नारों से तरंडा गांव गूंज उठा। इस गमगीन माहौल में स्थानीय लोगों के अलावा सेना के अधिकारी एवं स्थानीय प्रशासन भी मौजूद रहा।उन का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।