शिमला। न्यूज़ व्यूज पोस्ट—
करुणामूलक संघ की क्रमिक भूख हड़ताल के 198 दिन आज पुरे हो गए है। जैसे ही 14 फरवरी को करुणामूलक संघ 200 दिन क्रमिक भूख हड़ताल के पूरे कर लेगा । उस दिन प्रदेश भर के करुणामूलक आश्रित जल शक्ति मंत्री की सदबुधि के लिए हवन करने जा रहे है। इस हवन के बाद सरकार व मन्त्री विशेष करुणामूलक परिवारों के हित में फैसला लें प्रदेशा अध्यक्ष अजय कुमार का कहना है कि इस संघर्ष में अभी तक सरकार का कोई भी नुमाइंदा करुणामूलक आश्रितों से मिलने नही आया न ही सुध बुध ली। जबकि 2017 में सता में बिठाने के लिए करुणामूलक परिवारों का बड़ा योगदान रहा है।
आश्रितों ने कहा कि मुख्यमन्त्री चुनाव प्रचार के लिए अगर पड़ोसी राज्यों में जा सकते है तो करुणामूलक परिवारों से मिलने क्यों नही आ सकते।. जबकि करुणामूलक आश्रित राजधानी शिमला में मुख्यमन्त्री आवास से कुछ ही दूरी पर काली बाड़ी के पास बर्षाशालिका में बैठे है ।संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि अभी भी सरकार के पास समय है 14 तारिख को कैबिनेट भी होने जा रही है और इसी दिन करुणामूलक संघ अपने 200 दिन पूरे कर लेगा। ठीक उस दिन मंत्री विशेष जल शक्ति मंत्री की सदबुधि के लिए करुणामूलक आश्रित हवन करवाने जा रहे है ताकि कैबिनेट में करुणामूलक मुद्दा जोरों शोरों से गुंजे और क्लास-C के आश्रितों को इसी कैबिनेट में न्याय मिल सके। संघ द्वारा एक हफ्ते में दो हवन पाठ करवाए जायेंगे. संघ की मांगो में
समस्त विभागों, बोर्डों, निगमों में लंबित पड़े करुणामूलक आधार पर दी जाने वाली नोकरियों में Class-C के केसों को आगामी कैबिनेट में लाया जाए । उनको छठे वेतन आयोग से पहले One Time Settlement के तेहत सभी को एक साथ नियुक्तियाँ दी जाएं | क्लास-C में जितने भी मामले आ रहे है उन्हे योग्यता के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में नियुक्तियाँ दी जाए ताकि कलर्क के पद पर ज्यादा बोझ न पड़े। जिन करुणामूलक आश्रितों की योग्यता Technical Education में है उनको उसी श्रेणी में नौकरी दी जाए | पॉलिसी में संशोधन किया जाए जिसमें 62500 एक सदस्य सालाना आय शर्त व 5% कोटा शर्त को हटाया जाये |