नालागढ़। न्यूज व्यूज पोस्ट। हिमप्रवेश पर्यावरण संरक्षण संस्था नालागढ़ द्वारा आज प्रस्ताव पारित किया गया की उद्योगों द्वारा पानी को प्रदूषित कर जहरीला किया जा रहा है, जिस से इंसानों, जल जीवों खेती व पशुओं के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। भू जल तथा नदी नालों का पानी भी जहरीला हो गया है। स्थानीय लोगों में कैंसर, kidny, सांस व चमड़ी जैसे रोग फैल रहे हैं। इस बात की पुष्टी IIT Mandi और जम्मू के शोध पत्र द्वारा हुई है। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि कई पशु भी नालों के पानी पीने से मर गए हैं और इस रिपोर्ट के मुताविक कैंसर व kidny के मरीजों को क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पाया गया है। बद्दी-बरोटीवाला में अनियोजित तरीके से उद्योगों बड़े पैमाने पर स्थापित किया गया। जो वायु तथा जल प्रदूषण का मुख्य कारण बन गया है। इन उद्योगों को न तो योजनावध तरीके से स्थापित किया गया और न ही इन पर वायु तथा जल के प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कोई निर्णायक कार्यवाही कर रहा है। इस इलाके में ज्यादातर केमिकल और दवाइयां के कारखाने हैं जो भू जल तथा स्थल जल को जहरीला कर रहे हैं l इस बारे में सरकार को कई बार लिखा गया परंतु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कोई कार्यवाही नहीं की। लोगों ने बताया कि कंपनी वाले पानी को साफ करने के संयंत्र नहीं लगते या चालू नहीं करते, यह भी शक है कि गंदे जहरीले पानी को फेक्टरी के केंप्स में ही गहरा कुंआ खोद कर भूमि में रिसाव कराते हैं, जबकि यह भी देखा गया है कि बरसात में गंदे पानी को नदी नालों में बड़े पैमाने में छोड़ देते हैं। जिससे आसपास का सारा पानी प्रदूषित हो रहा है। सरकार से यह मांग की है की तुरंत जल व वायु प्रदूषण की जांच की जाए। प्रदूषण करने वाले सभी उद्योगों पर कार्यवाही हो तथा उन्हें जल शोधन के लिए वाध्य किया जाए। sewerage treatment plant इलाके में लगाए जाएं।