रामपुर बुशहर –विशेषर नेगी —
आयुष्मान भारत योजना हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र के ग्रामीण
दूरदराज गरीबो के लिए साबित हो रहा है वरदान। किसी भी बीमारी में पैसो
की कमी के कारण दर दर भटकने की नहीं पड़ती है जरूरत। अब ऐसे ग्रामीण
बीमारी की सूरत में तुरंत पहुंचते है अच्छे चिकित्सालयों में। योजना का
लाभ ले रहे लोगो ने बताया पहले इलाज के लिए पैसो का बंदोबस्त न होने के
कारण कई लोगो को घरो में ही बेमौत मरने पर होना पड़ता था मज़बूर
–आयुष्मान भारत योजना यानी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण दूरदराज इलाकों में बसे लोगों को जीवनदायिनी
साबित हो रही है। जिन ग्रामीण गरीबो को धनाभाव के कारण बेहतर इलाज
सपना लगता था, आज वे तनावमुक्त हो कर बेहतर जीवन जी रहे है। ऐसे गरीबी
की रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को यह योजना किसी वरदान से कम नहीं
है। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के रामपुर के समीप महात्मा गांधी
चिकित्सा सेवा परिषर खनेरी में साथ लगते 5 जिलों के लोग आयुष्मान भारत
योजना का लाभ ले रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना के आरंभ होने के बाद अब
तक इस चिकित्सा सेवा परिसर में 5607 पात्र लोगों को जवाबदेही स्वास्थ्य
सेवाएं उपलब्ध कराई जा चुकी है। इस योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ ले रहे
गरीबी की रेखा से नीचे के लोगों का कहना है कि वह कभी कल्पना भी नहीं
कर सकते थे कि, उन्हें 5 लाख तक की इस तरह कैशलेस सुविधा आसानी से
मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि चिकित्सालय में भर्ती होने के बाद कोई भी
उनका जेब से खर्चा नहीं होता है और उन्हें इस दौरान सेवाएं एवं दवाएं भी
आसानी से उपलब्ध हो रही है। बल्कि अवकाश के दिन भर्ती होने की सूरत में
अगले दिन आयुष्मान भारत योजना वाले कार्ड को एक्टिवेट करा पिछला खर्चा भी
मिल रहा है। ऐसे में इस योजना के तहत पात्र लोग चाहे दर्जनों बार
बीमार हो जाए , हॉस्पिटल आकर योजना के तहत इलाज मुफ्त करा रहे है। लोगों
का कहना है कि यह योजना गरीब लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी है अब वे
बीमारी की स्थिति में घबराते नहीं है। पहले अधिकतर गरीबी की रेखा से नीचे
रह रहे लोग आर्थिक संसाधनों की कमी के कारण चिकित्सालय तक पहुंची नहीं
पाते थे. क्योंकि उन्हें बेहतर व् जवाबदेही चिकित्सा सुविधा धनअभाव
में संभव नहीं था।
-रामपुर के दूर दराज 12 / 20 क्षेत्र के मझाली गांव की रहने
वाली सोनिका ने बताया , उनके पिताजी काफी समय से अस्वस्थ रह रहे हैं। जब
से आयुष्मान कार्ड बना है ,उसके बाद हॉस्पिटल आते ही एडमिट हो जाते हैं।
उसके बाद आयुष्मान कार्ड के माध्यम से सारा इलाज बिना पैसो के हो रहा है।
अब तक करीब 12 -13 बार वे हॉस्पिटल आ चुके हैं और हर बार उन्हें इस
कार्ड के होते हुए कोई दिक्कत नहीं नहीं आई। चिकित्सालय में आ कर
उन्हें इसका भरपूर फायदा मिल रहा है और आयुष्मान भारत योजना लाभकारी
साबित हो रहा है।
रामपुर के पवन नेगी ने बताया कि आयुष्मान भारत कार्ड मोदी
सरकार ने बना कर दिया है, इससे 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर होता
है। इस योजना के तहत उन्होंने अपनी बेटी का ऑपरेशन करवाया और निशुल्क
सारा इलाज हुआ है। इसके अलावा उनकी पत्नी भी कई बार बीमार हुई। उनका
भी मुफ्त इलाज हुआ है। जैसे कई बार छुट्टी के दिन मरीज आ जाताहै तो उस
दिन का वे बिल संभाल कर रखते हैं और बाद में कार्ड एक्टिवेट करा कर
पैसा वापस होता है। मोदी सरकार का वे आभार व्यक्त करते हैं,जिन्होंने
ऐसी योजना बनाकर गरीबों के दुख दर्द को समझा है।
प्रेमलता जो महात्मा गाँधी चिकित्सा सेवा परिसर में आयुष्मान
भारत कार्ड बनाते हैं और एक्टिवेट करते है ने बताया कई बार मरीज रात
को आते हैं ,उन्हें इस बारे पता भी नहीं होता है। उनका भी मुफ्त में
तसल्लीवक्ष इलाज होता है। मरीज अथवा मारदार सिर्फ इतना बताते हैं कि
उनके पास आयुष्मान भारत कार्ड है तो वह स्वयं उसको एक्टिवेट करा कर
सेवाएं प्रदान करते हैं। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी चिकित्सा
सेवा परिसर में औसतन मासिक डेढ़ सौ मरीज जो आयुष्मान भारत कार्ड धारक
यहाँ सेवा प्राप्त कर रहे है ,
महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर खनेरी के वरिष्ठ चिकित्सक
डॉ पदम शर्मा ने बताया आयुष्मान भारत योजना एक बहुत ही लाभकारी योजना
है। खासकर ग्रामीण दूरदराज गरीब लोगों के लिए इसका पूरा फायदा मिल रहा
है। उन्होंने बताया कि योजना के आरंभ होने के बाद अब तक गाँधी चिकित्सा
सेवा परिसर में 5607 मरीज इस योजना के तहत अपना मुफ्त इलाज करा कर लाभ
उठा चुके हैं। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी चिकित्सा सेवा परिसर
खनेरी , आसपास के 5 जिलों जिन में शिमला, कुल्लू व् मंडी का ऊपरी
क्षेत्र ,इसके अलावा किन्नौर और लाहुल स्पीति स्पीति क्षेत्र से भी
मरीज यहां आते हैं। हॉस्पिटल की ओर से सभी पात्र लोगों को हर तरह से
सहायता देने का प्रयास रहता है।