दिल्ली। न्यूज व्यूज पोस्ट/विविध संस्कृतियों और परंपराओं की भूमि भारत ने हमेशा देश की आजादी के लिए लड़ने वाले अपने बहादुर योद्धाओं के योगदान और बलिदान का जश्न मनाया है। हालाँकि, इस उत्सव के बीच, आदिवासी समुदाय की वीरता और संघर्ष पर अक्सर ध्यान नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आदिवासी समाज और संस्कृति के प्रति सम्मान और अटूट प्रेम ही है, जिसने भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयन्ती के दिवस को “जनजातीय गौरव दिवस” के नाम से मनाने की घोषणा कर आदिवासी समाज का पूरे देश में मान बढ़ाया है ।आज यह तीसरा वर्ष है जब पूरा देश आदर, सम्मान और उत्साह के साथ भगवान बिरसा मुंडा जी की जयंती “जनजातीय गौरव दिवस”के रूप में मना रहा है | इस दिवस से लोगों ने जनजातीय समुदायों के सह-अस्तित्वको स्वीकारा है और दशकों के इंतजार के बाद सामाजिक समानता के सपने को हकीकत में बदल दिया है।