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आकाशवाणी केंद्रों के खाली पड़े परिसरों का होगा सदुपयोग: डीपीएस नेगी

किन्नौर / विशेषर नेगी —

— किन्नौर के कल्पा स्थित आकाशवाणी प्रसारण केंद्र को और सशक्त किया जाएगा ताकि भारत सरकार के निर्देशानुसार
सीमांत क्षेत्रों के लोगो को सुचना एवं सेवा सुगमता से उपलब्ध हो सके। इस बात का खुलासा प्रसार भारती के सदस्य कार्मिक एवं वित् डी पी एस नेगी ने केंद्र का निरीक्षण करते हुए किया
। उन्होंने बताया की केंद्र के विस्तारीकरण की काफी संभावनाएं हैं। आकाशवाणी प्रसारण केंद्र कल्पा में जो कर्मचारी
कार्य कर रहे हैं वह काफी तन्मयता से आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि कठिन
परिस्थितियों के चलते यहाँ काम करना काफी मुश्किल है। उन्होंने कहा
आकाशवाणी केंद्र कल्पा के वर्षो से खाली पड़े परिसर और रिहाइशों को ऐसी
एजेंसी को देने बारे विचार किया जा रहा है जिस से इन दूर दराज क्षेत्रों
में पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। इस से जो परिसर खाली पड़ा है
उस का सदुपयोग होगा और प्रसार भारती को भी आमदनी होगी।
उन्होंने कहा हम चाहेंगे कि कल्पा प्रसारण केंद्र और सशक्त हो ऐसे प्रोग्राम तैयार हो जिस से प्रसार भारती को भी अच्छे कंटेंट मिल सके।
उन्होंने बताया कि इसके साथ साथ भारत सरकार ने जो परियोजनाएं रूअर्बन के
तहत क्षेत्र में स्वीकृत किए हैं। उनकी गति का भी उन्होंने अवलोकन
किया। उन्होंने बताया कि जब वे मिनिस्ट्री ऑफ रूअर्बन डेवलपमेंट और
हाउसिंग में थे तो प्रधानमंत्री की सोच को आगे बढ़ाते हुए जिन
परियोजनाओं को स्वीकृत किया है ,उन्हें जनभागीदारी के साथ आगे बढ़ाने का प्रयास हुआ है।
उन्होंने कहा जनजातीय क्षेत्र में पर्यटन की अपर सम्भावनाये
है। यहाँ के कई ऐतिहासिक धरोहरों को विश्व पटल पर लाना होगा , उसमें मोरंग
किला भी शामिल है। भारत सरकार के विजन को आगे बढ़ते हुए जब वे
रूअर्बन डवलपमेंट मंत्रालय में थे तो मोरंग किले के सौंदर्यकरण एवं
संरक्षण के लिए योजना स्वीकृत कराई। उन्हें ख़ुशी हुई की जनसहभगिता से इस
पर तेजी से संतोषजनक काम हो रहा है। आने वाले समय में ऐसे धरोहर
पूरे भारतवर्ष में ही नहीं विदेशों में भी पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि
से महत्वपूर्ण बनेगा। प्रसार भारती भी इस मे सेतु का काम करते हुए भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार आगे बढ़ेगी।

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