शिमला। न्यूज व्यूज पोस्ट,
सरकारी स्कूलों में अब सिर्फ किताबें ही नहीं, कपड़े भी अनुशासन सिखाएंगे। शिक्षा विभाग ने एक नई पहल की है, जिसके तहत अब नॉन-टीचिंग स्टाफ को भी तय ड्रेस कोड में स्कूल आना होगा। यानी अब स्कूल में चमकदार, तड़क-भड़क वाले या पार्टी जैसे कपड़े पहनने पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है।
शिक्षा सचिव राकेश कुमार की ओर से जारी एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि स्कूल स्टाफ छात्रों के रोल मॉडल होते हैं, ऐसे में उनका पहनावा भी वैसा ही होना चाहिए। अब मल्टी टास्क वर्कर, मिड डे मील कर्मचारी और अन्य गैर-शैक्षणिक स्टाफ को भी सादगी से रहना होगा।
क्या पहन सकेंगे स्टाफ?
- पुरुष: फॉर्मल ट्राउजर और शर्ट
- महिलाएं: सलवार-कमीज, साड़ी, चूड़ीदार सूट या फॉर्मल ट्राउजर
- ब्लेजर: मेहरून या नीले शेड में फॉर्मल लुक वाला
- क्या नहीं चलेगा?: जींस, डेनिम्स, कई जेबों वाली शर्ट, स्लिपर्स, चमकदार रंग और पार्टी वेयर कपड़े
सरकार ने कहा है कि भले ही ड्रेस कोड फिलहाल वैकल्पिक है, लेकिन स्कूलों को इस पर गंभीरता से अमल करना चाहिए। खास बात यह है कि राज्य के करीब 50% स्कूलों ने पहले ही निजी स्कूलों की तर्ज पर स्टाफ के लिए ड्रेस कोड लागू कर दिया है।